पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह की मंगलवार को हुई रैली के दौरान हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा पर ममता बनर्जी सरकार से रिपोर्ट मांगी है. वहीं, इसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता आज (बुधवार) से प्रदेश की सड़कों पर उतर रहे हैं.
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पूर्वी मिदनापुर में रैली हुई, जैसे ही रैली खत्म हुई उसी दौरान जनसभा में पार्टी कार्यकर्ताओं को लाने वाली बस पर हमला हो गया. उपद्रवियों ने बस के साथ तोड़फोड़ की और एक बाइक को आग लगा दी. बीजेपी ने इस हमले के लिए सत्ताधारी टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है.
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए हमले को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की और इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि जो लोग इस हिंसा में शामिल हैं, उनके खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. केंद्रीय गृह मंत्री से शाम को हुई बातचीत में ममता बनर्जी ने कहा कि हिंसा करने वाले चाहे राजनीतिक लोग हों या फिर बाहर से किराए पर बुलाए गए गुंडे, इस तरह की घटना और तोड़फोड़ को वह राज्य में बर्दाश्त नहीं करेंगी.
वहीं, राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले को लेकर दिल्ली में पार्टी नेताओं के तेवर टीएमसी के खिलाफ सख्त हो गए हैं. दिल्ली में इस मुद्दे पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. रैली में आए हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ जिस तरह से मारपीट की गई और बसों पर हमला किया गया, इससे जाहिर होता है कि टीएमसी बौखला गई है. पार्टी का कहना है कि बंगाल टीएमसी के अंत की शुरुआत हो चुकी है.