New Delhi : भारत में चीन के आ रहे सेब, नाशपाती और फ्लावर सीड्स में लगातार मिल रहे कीड़ों की वजह से भारत ने चीन से आ रहे इन तीनों उत्पादों पर रोक लगा दी है।अभी-अभी: अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर, अमित शाह ने खुलकर बोली ये 10 बड़ी बातें…सुनकर
अब भारत में चीन के सेब, नाशपाती और फ्लावर सीड्स के कंटेनर नहीं उतर पाऐंगे। चीन से आयात होने वाले कुल सब्ज़ी और फल में 90 फिसदी हिस्सा सेब और नाशपाती का है।
सरकार के अधिकारियों ने बताया कि चीन से आ रहे सेब, नाशपाती और मेरीगोल्ड फ्लॉवर सीड्स में पेस्ट्स मिल रहे थे। ऐसे में हमने इनके इंपोर्ट्स को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
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भारत ने चीन से 13.2 करोड़ डॉलर के सेब और नाशपाती का आयात किया है। जो कि पिछले साल समान अवधि में 4.42 करोड़ डॉलर का था। इस तरह से इसमें 200 फिसदी का उछाल दर्ज किया गया है।
चीन को भेजे गए कई पत्रों में भारतीय अधिकारियों ने नियमों के पालन न होने और फायटोसैनिटरी नॉर्म्स का उल्लंघन का जिक्र किया, जिनसे इंडियन एग्रिकल्चर को गंभीर बायोसिक्यॉरिटी रिस्क हो सकता है।
अपने हालिया पत्र में इंडिया ने कहा, ‘सेब, नाशपाती और मेरीगोल्ड फ्लॉवर सीड्स से जुड़े हुए पेस्ट्स लगातार पाए गए हैं। इससे चीन में फायटोसैनिटरी कंट्रोल सिस्टम की नाकामी का पता चलता है।’ चीन ने इसके जवाब में कहा कि ये पकड़े गए क्वारंटाइन पेस्ट्स शायद पैकेजिंग और सर्कुलेशन की प्रक्रिया के दौरान आए होंगे।
आयात कमोडिटीज के मामले में नियमों का पालन न होने के बारे में चीन को लगातार बताए जाने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं है। भारत ने अब इन तीनों कमोडिटीज को लेकर अतिरिक्त जानकारी मांगी है।
भारत जानना चाहता है कि फायटोसैनिटरी रिस्क से बचने का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर क्या है। साथ ही, पैकेजिंग और वेयरहाउसिंग के लिए अप्रूवल की लिस्ट भी भारत ने मांगी है।