New Delhi: पूर्व जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज होने के बाद गुरुवार को नई दिल्ली में विपक्षी नेताओं का सम्मेलन बुलाया। शरद यादव के दिल्ली में किए गए शक्ति प्रदर्शन में राजनीति के तमाम बड़े दिग्गज जुटे।अभी-अभी: UP की मस्जिद पर फहराया गया तिरंगा, मौलाना ने बोली ये बड़ी बात…
दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ‘साझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ नाम से आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला समेत कई बड़े दिग्गज प्रदर्शन में पहुंचे।
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जेडीयू के असली नेता शरद यादव ही हैं। इस बीच राहुल गांधी ने अपने भाषण के जरिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि पीएम मोदी जी ने सत्ता में आने से पहले खूब वादे किए लेकिन आज तक वे पूरे नहीं हुए।
उन्होंने खातों में 15 लाख रुपये आने से लेकर वन रैंक वन पेशन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अगर देश को बचाना है तो हमें एक साथ मिलकर लड़ना होगा। शरद की मुहिम पर जोर देते हुए राहुल ने कहा कि एक तरफ वे लोग हैं जो देश को लूटना चाहते हैं, दूसरी तरफ वे हैं जो इसे बचाना चाहते हैं। इसलिए आज हम सब लोग एकजुट होकर साम्प्रदायिक शक्तियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
राहुल ने भारतीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तिरंगे को सलाम करना इन्होंने सत्ता में आने के बाद सीखा है। साथ ही संघ अपने एजेंडे पर चुनाव नहीं जीत सकता था, लेकिन अब धीरे-धीरे अपने लोगों को सत्ता में घुसाया जा रहा है। किसानों की हालत का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि किसी न किसी तरीके से करोड़पतियों का कर्ज माफ कर दिया जाता है, लेकिन किसानों की दूर्रदशा किसी को नहीं दिखती।