बैंकों में बड़े ऋण मामलों में हुई धोखाधड़ी के खिलाफ वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू कर दी .मंत्रालय ने इलाहाबाद बैंक के निदेशक मंडल को बैंक की सीईओ एवं एमडी उषा अनंतसुब्रमण्यम के सभी अधिकार वापस लिए जाने के निर्देश दे दिए.
आपको बता दें कि सरकार ने यह कदम पंजाब नेशनल बैंक (पी.एन.बी.) में 2 अरब डॉलर के नीरव मोदी घोटाले की जांच के मामले में उठाया है . स्मरण रहे कि उषा अनंतसुब्रमण्यम पीएनबी की प्रमुख रह चुकी हैं और फ़िलहाल इलाहाबाद बैंक की सीईओ और एमडी हैं.वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने बताया कि पी.एन.बी. के निदेशक मंडल को भी बैंक के दो कार्यकारी निदेशकों के सभी अधिकार वापस लेने को कहा है.
उल्लेखनीय है कि सी.बी.आई. द्वारा इस सबसे बड़े घोटाले में पहला आरोपपत्र दाखिल किए जाने के कुछ ही घंटे बाद हुई यह कार्रवाई कई संकेत दे रही है.इस आरोप-पत्र में पी.एन.बी. की पूर्व प्रमुख अनंतसुब्रमण्यम की कथित भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं.अनंतसुब्रमण्यम 2015 से 2017 के बीच पी.एन.बी. की एमडी व सीईओ थी.सी.बी.आई. ने उनसे भी पूछताछ की थी. यही नहीं इस आरोप पत्र में पी.एन.बी. के कार्यकारी निदेशकों ब्रह्मजी राव और संजीव शरण तथा महाप्रबंधक (अंतर्राष्ट्रीय परिचालन) निहाल अहद के भी नाम शामिल हैं.इसलिए इनके अधिकार भी वापस लेने को कहा गया है.
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