केंद्र की मोदी सरकार ने उज्ज्वला योजना का दायरा बढ़ा दिया है। अब हर गरीब परिवार को इस योजना के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिया जाएगा। पहले यह योजना गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों तक ही सीमित थी। जानिए योजना के विस्तार से जुड़ी खास बातें और नए नियम –
- बढ़ता दायरा: उज्ज्वला योजना 2016 में शुरू की गई थी। तब गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले (2011 की जनगणना के आधार पर) मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन हासिल करने के पात्र थे। बाद में इसका दायरा बढ़ाकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति परिवारों के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अंत्योदय योजना के लाभार्थियों तक कर दिया गया था। अब एक और विस्तार देते हुए सभी गरीब परिवारों को इसमें शामिल कर लिया गया है। यह नियम देशभर में लागू होगा।
- ऐसे करें आवेदन: जिन गरीब परिवारों के पास गैस कनेक्शन नहीं हैं, वह अब आवेदन दे पाएंगे। नए नियमों के तहत जिन परिवारों के पास राशन कार्ड हैं, वे आवेदन कर सकते हैं। आधार कार्ड भी अनिवार्य रहेगा। साथ ही स्वप्रमाणित करना होगा कि आवेदक गरीब है।
- ऐसे मिलेगी सुविधा: पेट्रोलियम मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में सरकार 1600 रुपये की आर्थिक सहायता देती है। यह रकम गैस कनेक्शन खरीदने के लिए होती है। साथ ही चूल्हा खरीदने और पहली बार सिलेंडर भराने में आने वाले खर्च को अदा करने के लिए किस्त की सुविधा भी मिलती है।
- भारत में 9.27 करोड़ परिवारों के पास राशनकार्ड हैं। माना जा रहा है कि दायरा बढ़ने से एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को लाभ होगा। शुरू में योजना के लिए 8000 करोड़ रुपए का बजट रखा गया था। शुरुआती सफलता देखते हुए बजट में 4200 करोड़ की अतिरिक्त राशि का प्रावधान किया गया था। अब तक 5.8 करोड़ कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं।
- …ताकि उपयोग करते रहे: सरकार की कोशिश यह भी है कि इस योजना के तहत गैस कनेक्शन पाने वाले लोग इसका उपयोग करें और समय-समय पर रिफिल के लिए भी आवेदन करें। देश में उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन पाने वालों का रिफिल औसत 3.5 सिलेंडर प्रति वर्ष है। हालांकि इनमें 20 फीसदी ऐसे भी हैं, जो कभी रिफिल के लिए नहीं आए।