देश में सालभर पहले जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू हुआ था और केंद्र सरकार ने एक जुलाई को इसकी वर्षगांठ भी मनाई। एक देश, एक कर की अवधारणा के साथ लागू किए गए जीएसटी से कर प्रणाली में क्या बदलाव आया और सालभर बाद अब क्या-क्या अपेक्षाएं हैं। इसी मसले पर दैनिक जागरण के नोएडा कार्यालय में अकादमिक गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने इस पर प्रकाश डाला।
उन्होंने व्यापार से लेकर देश की अर्थव्यवस्था तक पर पड़ने वाले प्रभाव पर चर्चा की और जीएसटी लागू करने के निर्णय को मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में इस कर प्रणाली में तकनीकी दिक्कतें आ रही थीं, जो अब लगभग सामान्य हो गई हैं। करदाता बढ़े हैं और राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है। आने वाले कुछ महीनों में आम लोगों को जीएसटी का व्यापक प्रभाव दिखने लगेगा और एक साल के अंदर कई तरह की राहत मिलेंगी।