भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धौनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ धैर्यभरी पारी खेली और टीम के स्कोर को 268 तक पहुंचाया। धौनी जब बल्लेबाजी के लिए आए तब टीम के चार विकेट 140 रन पर गिर चुके थे।
शुरुआत में धौनी ने काफी धीमी बल्लेबाजी की और उनका स्ट्राइक रेट भी 50 से कम ही थी, लेकिन बाद में धौनी ने अपना दम दिखाया और 61 गेंदों पर 56 रन बनाए। धौनी अगर इस तरह की पारी नहीं खेलते तो भारत का स्कोर शायद ही यहां तक पहुंच पाता। गांगुली की बराबरी कर ली धौनी ने- धौनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मैच में अपने वनडे करियर का 72वां अर्धशतक लगाया। अब वो भारत की तरफ से वनडे में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने के मामले में तीसरे नंबर पर आ गए हैं। उन्होंने गांगुली की बराबरी कर ली और वो संयुक्त रूप से वो गांगुली के साथ तीसरे नंबर पर हैं। भारत की तरफ से वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम पर है। सचिन ने अपने वनडे करियर में कुल 96 छक्के लगाए थे वहीं राहुल द्रविड़ 83 अर्धशतक के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
Most 50s In Odi (Indians)
-Sachin – 96
-Dravid – 83
-Dhoni – 72*
-Ganguly – 72
धौनी की हुई थी बुराई- धौनी ने इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ काफी धीमी पारी खेली थी और उनकी इस पारी के लिए उनकी खूब बुराई भी की गई थी। सचिन तेंदुलकर ने भी कहा था कि धौनी को थोड़ा और तेज खेलना चाहिए था, पर वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 56 रन की पारी खेलकर उन्होंने सबका मुंह बंद कर दिया। अगर धौनी ये पारी नहीं खेलते तो टीम इंडिया की हालत काफी बुरी हो जाती। ये सच है कि उन्होंने इंडीज के खिलाफ अपनी पारी के पहले 45 गेंदों पर 26 रन बनाए पर बाद में उन्होंने 16 गेंदों पर 30 रन बना दिए और नाबाद पवेलियन लौटे। उन्होंने विराट कोहली के साथ पांचवें विकेट के लिए 40 रन जबकि छठे विकेट के लिए हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। धौनी ने पहली पारी की आखिरी ओवर में दो छक्के और एक शानदार चौका जड़ा और कुल 16 रन बना डाले।