
फिलहाल यह व्यवस्था मुंबई, नवी मुंबई, थाणे और पुणे के चुनिंदा हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर शुरू हुई है। मुंबई स्थित स्टार्टअप कंपनी एजीएस ट्रांसेक्ट टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने इस एप और सुविधा को डेवलप किया है।ऐसे करेगा काम
प्रत्येक फास्टलेन यूजर को एप डाउनलोड करने के बाद एक आरएफआईडी टैग/स्टीकर दिया जाएगा, जो कि एप से लिंक होगा। तेल भरवाने से पहले यूजर को एप में राशि, तेल का प्रकार देना होगा। पेट्रोल पंप पर अटेंडेंट को स्टीकर से गाड़ी का रजिस्टर्ड नंबर, तेल का प्रकार और बिलिंग के बारे में जानकारी मिल जाएगी। तेल भरने के बाद यूजर के मोबाइल पर नोटिफिकेशन आएगा, कि उसका तेल भर गया है, और अब वो जा सकता है।प्रीपेड होगा भुगतान
यह सारा भुगतान प्रीपेड होगा। फिलहाल यह व्यवस्था 120 पेट्रोल पंपों पर शुरू हो गई है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि अगले दो महीने में देश के 10 प्रमुख शहरों के एचपीसीएल पेट्रोल पंपों पर इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा। अभी देश के चार शहरों में कुल 90 हजार लोग इस सुविधा का प्रयोग कर रहे हैं। इस एप में पेट्रोल-डीजल की कीमत भी रियल टाइम में रोजाना अपडेट होगी।सरकार करने जा रही है फास्टैग का यह उपयोग
अब पार्किंग, पेट्रोल या डीजल खरीदने के लिए आपको कैश, डेबिट या क्रेडिट कार्ड नहीं निकालना पड़ेगा। बल्कि आपकी गाड़ी पर लगा Fastag ही यह काम करेगा। सरकार की कोशिश है कि ‘वन नेशन वन फास्टैग’ योजना के तहत फास्टैग का इस्तेमाल देश की सभी हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर किया जा सकेगा।आरबीआई ने नोटिफिकेशन जारी किया
भारतीय रिजर्व बैंक ने फास्टैग के जरिये पार्किंग और पेट्रोल-डीजल की खरीदारी का भुगतान करने को मंजूरी दे दी है। साथ ही आरबीआई ने इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी किया है। नोटिफिकेशऩ के मुताबिक सभी कार्ड्स, यूपीआई, नॉन बैंकिंग प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट को नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) से जोड़ा जाएगा। IDFC बैंक देश का पहला ऐसा संस्थान है, जिसे आरबीआई से पेट्रोल पंप पर फास्टैग के जरिए तेल भरवाने की मंजूरी मिली है।
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