पश्चिमी यूपी के बाद अब पूरब में भी सपा व कांग्रेस नेताओं के बीच समन्वय बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों में मौजूद रहने वाले नेताओं व जिलों के नाम तय कर दिए गए हैं।
सपा और कांग्रेस नेताओं के बीच समन्वय स्थापित करने की कोशिश लगातार चल रही है। पश्चिमी यूपी के बाद अब पूरब में भी समन्वय समिति की बैठकों का आयोजन किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है। कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटें मिली हैं। चुनाव के दौरान सपा और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय का अभाव दिखा। इसके कारण समन्वय समिति की बैठकें शुरू की गईं। इनमें कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, महासचिव संगठन अनिल यादव भी मौजूद रहे।
जिलेवार चली इन बैठकों का पहले व दूसरे चरण के चुनाव में असर भी दिखा। जिन लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार होने की वजह से सपा नेताओं में उदासीनता थी, वे भी समन्वय समिति की बैठक के बाद सक्रिय हुए। ऐसे में अब पूरब में समन्वय समिति की बैठकें शुरू की जाएंगी।
इसके तहत तीन मई को सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी और प्रयागराज लोकसभा क्षेत्र में बैठक होगी। चार मई को फूलपुर, मिर्जापुर, भदोही, मछलीशहर और जौनपुर, पांच मई को गाजीपुर, चंदौली, राबर्ट्सगंज और वाराणसी में समन्वय समिति की बैठक में चुनाव की रणनीति बनाई जाएगी।