असम में दो सीटों पर हुए राज्यसभा चुनाव (Assam Rajyasabha Election) में भाजपा गठबंधन को जीत हासिल हुई है। भाजपा गठबंधन ने दोनों सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। इन दो सीटों पर जीत के साथ ही राज्यसभा में लंबे समय बाद भाजपा के सांसदों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। 1988 के बाद ये पहला मौका है कि जब राज्यसभा में भाजपा के पास 100 सांसद हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को ट्वीट कर बताया कि भाजपा और उसकी सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने राज्यसभा की एक-एक सीट जीती है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी ने 11 जबकि यूपीपीएल के प्रत्याशी ने 9 वोटों से जीत दर्ज की।
भाजपा उम्मीदवार पबित्रा मार्गेरिटा को 46 वोट मिले हैं जबकि यूपीपीएल के उम्मीदवार रंगवरा नारजेरी 44 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार रिपुन बोरा को 35 वोट मिले थे, उनका एक वोट रद कर दिया गया।
पहली बार कांग्रेस का असम से राज्यसभा सांसद नहीं
चुनावों में लगातार हार का सामना कर रही कांग्रेस के लिए असम का राज्यसभा चुनाव एक और बुरी खबर लेकर आया। दरअसल, ऐसा पहली बार हुआ है जब असम से कांग्रेस का कोई भी राज्यसभा सांसद नहीं होगा।
कांग्रेस के हाथ से जा सकता है नेता प्रतिपक्ष का पद
हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है। इस हार का असर राज्यसभा में कांग्रेस की सीटों पर देखने को मिलेगा। कांग्रेस के हाथ से राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी जा सकता है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी को बचाने के लिए कांग्रेस को गुजरात और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।