अब ऑनलाइन होंगी आइटीआइ की परीक्षाएं, तीन लाख विद्यार्थी होंगे शामिल

राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं इस बार ऑनलाइन होंगी। एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा में राजधानी समेत प्रदेश के 300 राजकीय और 2842 निजी संस्थानों के करीब तीन लाख विद्यार्थी इसमें शामिल होंगे।

विद्यार्थियों की तकनीकी गुणवत्ता में बढ़ोतरी हो, जिससे उनका चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो सके। ऑफलाइन परीक्षा होने की वजह से मनमाने सेंटरों पर नकल की आशंका अधिक रहती थी। निजी और सरकारी संस्थानों की मिलीभगत से नकल कराने का खेल भी चलता था। युवाओं के पास होने की संख्या के मुकाबले नौकरी कम ही मिल पाती थी।

ये है व्यवस्था : एनसीवीटी की ओर से 10 जून से 26 जून के बीच ऑनलाइन लिखित परीक्षा होगी। हालांकि, ऑनलाइन परीक्षा का सेंटर कहां होगा? कौन सी एजेंसी परीक्षा कराएगी? परीक्षा का नोडल कौन होगा? इस पर अभी असमंजस बना हुआ है।

अधिकांश छात्र आइटीआइ पास करने के बाद अपना कारोबार शुरू कर देते हैं। अभी तक ऑफलाइन परीक्षा संस्थान के आसपास के केंद्रों में हो जाती थी। ऑनलाइन परीक्षा का केंद्र यदि जिले या ब्लॉक में बनाया जाएगा तो विद्यार्थियों को परेशानी होगी।

तीन जिलों के 45 संस्थानों के लिए आवेदन कर सकेगा हर विद्यार्थी

तकनीकी शिक्षा देकर युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए राज्य व्यावसायिक परीक्षा परिषद ने नई पहल की है। इसके तहत हाईस्कूल पास ऐसे युवा जो आइटीआइ में प्रवेश लेना चाहते हैं, वे अपने गृह जिले से इतर दो अन्य जिलों में भी आवेदन कर सकेंगे। यही नहीं, एक अभ्यर्थी तीन जिलों में 45 निजी और सरकारी संस्थानों में प्रवेश के लिए ऑप्शन भर सकेगा। आइटीआइ में प्रवेश के लिए आवेदन के दौरान ही अभ्यर्थियों को संस्थानों के ऑप्शन का चयन करना होगा। एक अभ्यर्थी तीन जिलों के 25 सरकारी और 20 निजी संस्थानों के लिए ऑप्शन भर सकेगा। राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीटी) की ओर से स्वीकृत सीटों की संख्या और नियमों के आधार पर संस्थान प्रवेश लेंगे।

तीन स्तर पर बनेगी मेरिट सूची : संयुक्त प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही अब तीनस्तरीय मेरिट सूची तैयार होगी। ब्लॉक, जिला और प्रदेशस्तरीय मेरिट सूची में आरक्षण का भी प्रावधान होगा। उच्च अंक पाने वाले अभ्यर्थियों का चयन प्रदेशस्तरीय मेरिट सूची के आधार पर होगा। उसके बाद जिला और फिर ब्लॉक स्तर पर चयन सूची बनेगी।

ग्रामीण अभ्यर्थियों को अधिक मौके : ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अभ्यर्थियों को अधिक अवसर देने के लिए जिस ब्लॉक में आइटीआइ होगी, वहां के युवाओं को प्रवेश का अधिक मौका देने के लिए प्रवेश की कुल सीटों की 25 फीसद सीटें उनके लिए आरक्षित होंगी। उनके द्वारा प्रवेश न लेने पर ही दूसरे ब्लॉक या जिले के अभ्यर्थियों को प्रवेश का मौका मिलेगा। इस संबंध में अपर निदेशक प्रशिक्षण नीरज कुमार ने बताया कि राज्य व्यावसायिक परीक्षा परिषद की ओर से प्रवेश प्रक्रिया का नया प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसी महीने तक प्रवेश प्रक्रिया पर मुहर लग जाएगी। नए प्रस्ताव से पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों को फायदा होगा।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com