अब एसटीएच में मिलेगी फेफड़ों की जांच की सुविधा, फेफड़े के कैंसर का चल सकेगा पता

कुमाऊं के टीबी और श्वांस के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। करीब 15 करोड़ की ब्रोंकोस्कोपी और पीएफटी मशीन एसटीएच में इंस्टाल की जा रही है। टीबी एवं श्वास रोग विभाग के चिकित्सक संजय सिंह ने बताया कि अब यहां पर जल्द ही टीबी और श्वास रोग के मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। इस मशीन से फेफड़ों की जांच के साथ ही खांसी में खून आने और कैंसर की जांच भी की जा सकेगी।

क्या है ब्रांकोस्कोपी

ब्रोंकोस्कोपी एक चिकित्सीय प्रक्रिया है। इसमें फेफड़ों की बीमारियों का पता लगाया जाता है। इस प्रक्रिया में नाक या मुंह के जरिए ब्रांकोस्कोप नली, जिसमें एक हल्का और अति सूक्ष्म कैमरा लगा होता है, अंदर डाली जाती है, जिससे बाहर कंप्यूटर मॉनीटर पर समस्या देखी जा सकती है। यह मशीन टयूमर, इंफेक्शन, फेफड़ों में किसी अवरोध का पता लगा सकती है।

दो मशीनों की डिमांड थी दोनों आ चुकीं

डॉ. संजय सिंह, चिकित्सक, टीबी एवं श्वास रोग विभाग ने बताया कि दो मशीनों की डिमांड की थी, जो आ चुकी हैं, लेकिन अभी बिल्डिंग के अंदर, जहां इन्हें रखा जाना है, उनका स्पेस बढ़ाया जा रहा है, ताकि ये मशीनें अंदर इंस्टाल की जा सके।

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