प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर उनको सम्मानित करने के लिए युवाओं से बातचीत की। ‘अपने नेता को जानो’ कार्यक्रम के लिए देशभर से 80 युवाओं को बुलाया गया था। पहले पीएम मोदी ने सेंट्रल हॉल में सभी युवाओं से मुलाकात की और इसके बाद खुली जगह पर बैठकर खुलकर बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने ना केवल युवाओं को सलाह दी बल्कि चुटीक में इस बात की भी परीक्षा ले ली कि वे कितने अलर्ट रहते हैं और उनकी जिज्ञासा कितनी है।
पीएम मोदी ने पूछा, आपको साथ में 8-10 घंटे हो गए हैं। कोई इनमें से ज्यादा से ज्यादा नाम औप स्टेट बता सकता है? इसके बाद एक युवा ने बताना शुरू किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात का वीडियो ट्वीट किया है। वहीं जब एक पार्टिसिपेंट ने कहा, मैं विश्व भारती यूनिवर्सिटी पश्चिम बंगाल से आई हूं जिसके आप चांसलर भी हैं। इसपर टोकते हुए पीएम मोदी ने कहा, ये बात तो आपने सुबह भी बताई थी। जब छात्रा एक मित्र का नाम नहीं बता पाई तो पीएम मोदी ने कहा, कभी हम लोग क्या करते हैं कि कोई मिलता है तो बड़ा कैजुअल लेते हैं। लेकिन अगर हम जाग्रत मन स मिलते हैं तो उसकी जानकारी रजिस्टर हो जाती है। जैसे मैंने कहा तुमने वाइस चांसलर वाला तो सुबह ही बताया था। किसी से एक सेकंट भी बात हुई हो तो मैंने उसको फिर से दोहराया।
पीएम मोदी ने कहा, उस समय मैं आपसे जुड़ रहा था। कोशिश करना चाहिए कि जिससे मिलें उसका नाम, चेहरा याद रहे। पांच साल के बाद अगर आप किसी की पहचान बता देंगे तो उसे अच्छा लगेगा।
पीएम मोदी ने इसके बाद पूछा कि आप लोग नेताजी से क्या सीखना चाहेंगे? इसपर एक छात्रा ने जवाब दिया कि वह नेताजी से संगठन करना सीखना चाहती हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा, मैं 2015 से सपना देख रही हूं कि आपसे मिलूं। मैं नेताजी से सपना देखना सीखती हूं। पीएम मोदी ने इसके बाद सेंट्रल हॉल के बारे में भी सवाल पूछा और वहां आए युवाओं ने जवाब दिया।