टीम इंडिया के सिक्सर किंग युवराज सिंह आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। चंडीगढ़ में जन्में इस क्रिकेटर ने भारत को 2007 टी-20 और 2011 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। मस्तमौला जिंदगी जीने के लिए पहचाने जाने वाले युवी इस बार कोई जश्न नहीं मनाएंगे। रात 12 बजते ही उन्होंने इस बात की जानकारी दी और खुद को पिता से अलग भी बता दिया।
सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए युवराज ने किसान आंदोलन का समर्थन किया तो अपने पिता के बयान को दुखद बताया। हिंदी-अंग्रेजी-पंजाबी में शेयर किए गए इन तीन पोस्टर्स में लिखा हुआ है, ‘इस साल मैं अपना जन्मदिन मनाने की बजाय, हमारे किसानों और सरकार के बीच चल रही बातचीत में जल्द समाधान के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। हमारे किसान हमारे राष्ट्र की जीवनरेखा हैं। मेरा मानना है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसे शांतिपूर्ण बातचीत से हल नहीं किया जा सकता है।
साथ ही युवराज अपने पिता के बयान से आहत नजर आए। 12 दिसंबर 1981 को जन्मे युवी ने लिखा, ‘मैं इस महान देश का बेटा हूं और मेरे लिए इससे ज्यादा गर्व की कोई बात नहीं है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे पिता श्री योगराज सिंह द्वारा की गई टिप्पणी एक व्यक्तिगत क्षमता में की गई है। मेरी विचारधारा किसी भी तरीके से उनकी सोच से सहमत नहीं है।
बता दें कि करीब हफ्ते भर पहले किसान आंदोलन में पहुंचे युवी के पिता योगराज सिंह ने कथित तौर पर हिंदुओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद पूरे देश में जमकर बवाल हुआ था। पंजाबी में भाषण के दौरान उन्होंने कहा था, ‘ये हिंदू गद्दार हैं, सौ साल मुगलों की गुलामी की’। उन्होंने महिलाओं को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया था।