ऑस्ट्रेलिया खिलाफ मेलबर्न में हुए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाने वाले कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे इस वक्त हर किसी की जुबान पर छाए हुए हैं. मेलबर्न में शानदार शतक और बेहतरीन कप्तानी के दम पर रहाणे ने भारतीय टीम को न सिर्फ जीत दिलाई बल्कि सीरीज में वापसी भी कराई. खास तौर पर मुश्किल हालात में जुझारू पारी खेलते हुए रहाणे ने जो शतक जमाया, उसकी खूब तारीफ हो रही है. रहाणे की इस मुश्किल पारी के पीछे कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान खुद ही की गई कड़ी मेहनत और तैयारी थी, जिसका परिणाम मेलबर्न में दिखा. रहाणे के कोच प्रवीण आमरे ने इस बात का खुलासा किया है.
एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में 42 रन और फिर मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में 112 रन बनाने वाले रहाणे ने इस सीरीज के दोनों मैचों में प्रभावित किया है. विदेशी जमीन पर मौजूदा भारतीय टीम के सबसे असरदार बल्लेबाज रहाणे ने एक बार फिर इस बात को सही साबित किया. खास तौर पर कप्तान विराट कोहली के लौटने के बाद उन्होंने न सिर्फ कप्तानी में जिम्मेदारी संभाली बल्कि बैटिंग ऑर्डर में चौथे नंबर पर आकर टीम को मुश्किल से निकालकर मजबूती दी.
रहाणे की इस सफलता का श्रेय कोच प्रवीण आमरे भारतीय बल्लेबाज को ही देते हैं. उनका मानना है कि कोरोना ब्रेक के दौरान अपने अभ्यास सत्र खुद तैयार करके उन पर अमल करने से उन्हें ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा दौरे पर फायदा मिला. आमरे ने कहा कि उन्होंने रहाणे को अपने बेसिक्स पर ही फोकस रखने की सलाह दी थी. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए आमरे ने बताया,
“हम एक समय पर कई दौरों के बारे में नहीं सोचते. हम एक समय पर एक ही दौरे के बारे में सोचते हैं और यही अजिंक्य ने किया. इस साल खास तौर पर उन्हें ही श्रेय दिया जाना चाहिये क्योंकि अक्सर हम बतौर कोच, सीजन की तैयारी और उस पर अमल करते हैं लेकिन कोरोना के बीच उन्होंने खुद योजना बनाई और उनपर अमल किया.”
आमरे ने कहा कि रहाणे ने इस सफलता को हासिल करने के लिए काफी मेहनत की और एक दिन में वह 2-2 बार प्रैक्टिस करते थे. कोच के मुताबिक, “उन्होंने पहले से ज्यादा मेहनत की और एक दिन में दो दो सेशन में अभ्यास किया. उन्होंने छोटी-छोटी चीजों पर मेहनत की. सफलता यूं ही नहीं मिल जाती, उसके लिये काफी मेहनत करनी होती है.”
मेलबर्न मे सिर्फ रहाणे के शतक की ही नहीं, बल्कि उनकी कप्तानी की भी तारीफ हुई. विराट कोहली, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के न होने और एडिलेड टेस्ट की नाकामी के बावजूद रहाणे ने पूरी टीम को बखूबी संभाला और शानदार वापसी की. इसके लिए भी आमरे ने रहाणे को ही श्रेय दिया. उन्होंने कहा,
“इसका श्रेय भी अजिंक्य को जाता है क्योंकि कोच होने के नाते हम कप्तानी जैसी चीजों पर काम नहीं करते. हम बल्लेबाजी पर ही फोकस करते हैं.”
रहाणे की कप्तानी में अब भारतीय टीम 7 जनवरी से सिडनी में होने वाले सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में उतरेगी. मेलबर्न में मिली जीत से टीम इंडिया का हौसला तो बढ़ा ही है, साथ ही अब उसे सीरीज में पूरी तरह से खारिज करने की भूल मेजबान टीम नहीं कर पाएगी. रहाणे और टीम मैनेजमेंट के लिए राहत की खबर है कि रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध रहेंगे, लेकिन चोट के कारण उमेश यादव के बाहर होने से थोड़ी मुश्किल भी बढ़ेगी.
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