तहसीलदार टीआर गौतम ने बताया कि मंगलवार को रात 8 बजे गैस का रिसाव शुरू हुआ था और कुछ ही क्षणों में गैस का प्रभाव बढ़ गया। गैस रिसाव को रोकने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट से संपर्क किया जा रहा है और प्रयास है कि जल्द गैस लीकेज बंद कर दी जाएगी। कोल्ड स्टोर में लगे अमोनिया गैस टैंक में करीब 4 टन गैस होती है। ऐसा माना जा रहा है कि पूरी गैस रिसाव होने के बाद ही स्थिति काबू में आएगी, क्योंकि इसी तरह से गैस पर कंट्रोल करना मुश्किल है। फिलहाल प्रशासन पूरी तरह से डटा है कि गैस रिसाव को बंद किया जा सके।
कुरूक्षेत्र सें मंगवाईं एंबुलेंस गाड़ियां, कर्मचारी हुआ बेसुध
गैस रिसाव को रोकने के लिए एंबुलेंस कर्मचारी जंग लड़ते रहे। मौके की नजाकत को देखते हुए कुरूक्षेत्र तथा अन्य स्थानों से फायरब्रिगेड की गाड़ियां मंगवाई गई। मामले को काबू पाने में फायरब्रिगेड कर्मचारी लगे रहे। इस मशक्कत में फायरब्रिगेड कर्मचारी रविंद्र सिंह बेसुध हो गया। जिसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। मरीजों की संख्या बढ़ती देख अस्पताल का पूरा स्टाफ मौके पर बुलाया गया