Facebook के CEO मार्क जुकेरबर्ग ने कहा कि अगले 5 से 10 साल तक कंपनी के 50 फीसदी कर्मचारी रिमोट पर काम कर सकेंगे। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी ने कोरोना महामारी में वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को सपोर्ट किया है।

फेसबुक के मुताबिक उसका यह कदम न सिर्फ कर्मचारियों को सुरक्षित रखने में मदद करेगा, बल्कि board-based economic prosperity को ज्यादा सशक्त बनाएगा।
Facebook ने बयान में कहा कि अपने मौजूदा कर्मचारियों में से कुछ को हमेशा के लिए रिमोट वर्किंग के लिए सपोर्ट करेगा।
साथ ही कंपनी ने ऐलान किया कि वो ऑफिस के खुलने पर शुरुआत में केवल 25 फीसदी कर्मचारियों को ऑफिस से काम करने की इजाजत देगा।
जो कर्मचारी रिमोट वर्किंग को सपोर्ट करेगा, उसे कंपनी की लोकेशन देनी होगी। यह पॉलिसी एक जनवरी से शुरू होगी। साथ ही कंपनी कर्मचारियों को उनके बताए लोकेशन पर स्थित बैंक में सैलरी क्रेडिट करने की सुविधा भी देगा।
बता दें कि Facebook से पहले Twitter ने करीब दो हफ्ते पहले अपने कुछ कर्मचारियों के लिए हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को लागू कर दिया है।
जुकेरबर्ग ने फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीमिंग में कहा कि ऑफिस से काम करने के लिए कई बार आप छोटे शहरों, अलग समुदाय और अलग बैकग्राउंड के लोगों नौकरी देने से बचते हैं।
लेकिन रिमोट पर काम करने से ऐसे लोगों की हायरिंग में कोई दिक्कत नहीं होती है। जुकेरबर्ग ने कहा कि कंपनी रिमोट हायरिंग में तेजी ला सकती है।
कंपनी आने वाले दिनों में एडवांस्ड इंजीनियरिंग के लिए हायरिंग कर सकती है। उन्होंने कहा कि एंट्री लेवल हायरिंग शुरुआती तौर पर धीमी रह सकती है।
जियोग्राफिकली Facebook पोर्टलैंड, सैंनडियागो जैसी जगह पर अपने मौजूदा ऑफिस में रिमोट हायरिंग की शुरुआत कर सकता है। साथ ही ऑफिसम में कर्मचारियों का हब बनाने पर रोक लगाएगा।
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