भारत में वास्तु का प्रचलन काफी हद तक बड़ चुका है। घर में वास्तु दोष को खत्म करने के लिए व्यक्ति हर उपाय को करता है। जिससे उसकी किस्मत और घर दोनों चमक सकें। घर का महत्वपूर्ण भाग होते हैं दरवाजे। हर तरह की ऊर्जा इन्हीं दरवाजों में से होकर ही घर में प्रवेश होती हैं। आज आपको बताएंगे कि कैसे घर के दरवाजों से वास्तु दोष को दूर किया जा सकता हैं।
दरवाजा खोलते और बंद करते टाईम आवाज नहीं होनी चाहिए। यह बहुत ही अशुभ माना जाता है। इसलिए अगर घर का कोई दरवाजे में आवाज़ हो तो उसे ठीक करवा लेना चाहिए।
मुख्य द्वार हमेशा अंदर की ओर खुले तो ही शुभ होता है। बाहर की तरफ खुलने से परिवार के किसी सदस्य को रोग का सामना करना पड़ता है।
दरवाजा जमीन से रगड़ कर नहीं खुलने को अच्छा नहीं माना जाता है। तो अगर एेसा हो तो उसकी मरम्मत तुंरत करवा लें।
मेन गेट पर किसी भी चीज़ जैसे पेड़ या खंभे की छाया घर के अंदर नहीं आनी चाहिए। इससे गरीबी आती है।
घर के दरवाजे के पास डस्टबीन, रद्दी और कबाड़ नहीं रखना चहिए। इससे परिवार के सदस्यों की तरक्की में रुकावट आती है।
कहीं से भी दरवाजा टुटा न हो। इससे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहती और नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
घर के दरवाजे सुंदर और आकर्षक होने चाहिए।
दरवाजों के आस-पास कांटेदार पौधे नहीं रखने चाहिए।
घर में कबाड़ भी नहीं होना चाहिए। जैसे फर्नीचर या खराब बर्तन रखने में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।