ज्योतिष में तीन योग सबसे ज्यादा शुभ माने गए हैं. आइए जानते हैं क्या है ये तीन महायोग… we
गजकेसरी योग
– ज्योतिष का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा शुभ योग मना जाता है.
– इस योग के कुंडली में होने पर व्यक्ति विशिष्ट हो जाता है.
– जब चन्द्रमा से बृहस्पति केंद्र में हो तब इस योग का निर्माण होता है.
– इस योग में अगर बृहस्पति कर्क में हो या चन्द्रमा वृष राशी में हो तो व्यक्ति इतिहास बना देता है.
– इस योग की महत्वपूर्ण बात यह है कि चन्द्रमा या बृहस्पति अस्त न हों न ही पापक्रांत हों, तभी इसका फल मिल पायेगा.
– बृहस्पति प्रधान लग्नों में यह योग ज्यादा प्रभावशाली होता है.
अगर कुंडली में गजकेसरी योग हो तो किन बातों का ख्याल रखें-
– जिन कुंडलियों में यह योग हो ऐसे लोगों को अपने बड़े बुजुर्गों, माता-पिता का सम्मान जरूर करना चाहिए.
– ऐसे लोगों को अपने खान पान और आचरण में सात्विकता रखनी चाहिए.
– झूठ बोलने से और मांस-मदिरा प्रयोग करने से परहेज करना चाहिए.
– दोनों वेला ईश्वर की आराधना करें.
बुधादित्य योग
– यह सबसे ज्यादा कुंडलियों में पाया जाने वाला योग है, और इस योग की प्रबलता बहुत ज्यादा होती है.
– इसका निर्माण सूर्य और बुध के एक साथ रहने से होता है
– इस योग के होने पर व्यक्ति को मान-सम्मान और धन की प्राप्ति होती है तथा व्यक्ति अत्यंत पराक्रमी होता है.
– यह योग तभी फलित होता है जब यह केंद्र अथवा त्रिकोण में बना हो तथा बुध अस्त न हो
अगर कुंडली में बुधादित्य योग हो तो किस प्रकार लाभ उठाएँ
– सूर्योदय के पूर्व उठने का प्रयास करना चाहिए.
– साफ़ सुथरे तरीके से जीवन में रहने का प्रयास करना चाहिए.
– देर रात तक जागने से और सुबह देर से उठने से तथा नहाने में लापरवाही करने से इस योग का लाभ नहीं मिल पाता.
पञ्चमहापुरुष योग
– ज्योतिष में पांच मुख्य ग्रहों से बनने वाला विशेष योग “पञ्च-महापुरुष” योग कहलाता है.
– मंगल से बनने वाला पंचमहापुरुष योग होता है -“रूचक”,
– अगर यह कुंडली में हो तो आत्मविश्वास और साहस काफी ज्यादा होता है.व्यक्ति शक्ति के क्षेत्र में होता है.
– बुध से बनने वाला पंचमहापुरुष योग है – “भद्र”,
– यह व्यक्ति को अत्यधिक तीव्र बुद्धि देता है, व्यक्ति व्यवसायिक क्षेत्रों में बड़ी सफलता पाता है.
– बृहस्पति से बनने वाले पंचमहापुरुष योग का नाम “हंस” है,
– यह व्यक्ति को धार्मिक , ज्ञानी और अति सम्मानित बना देता है.
– शुक्र से बनने वाला पंचमहापुरुष योग है – “मालव्य” ,
– यह व्यक्ति को संपन्न , समृद्ध और भोग-विलास से युक्त बनाता है.
– शनि से बनने वाला “शश” नामक पञ्च-महापुरुष योग होता है,
– यह व्यक्ति को भौतिक जीवन में और करियर में सर्वोच्च शिखर तक पंहुचा सकता है.
– इन योगों में से किसी एक या ज्यादा के होने से व्यक्ति जीवन में अपार सफलता, धन , नाम यश पाता है
– ये योग तभी प्रभावशाली होते हैं जब केंद्र या त्रिकोण में हों, और जिन ग्रहों से बन रहा हो वे ग्रह अस्त न हों.
– अगर कुंडली में पञ्च-महापुरुष योग हो, तो व्यक्ति को अहंकार और अतिविश्वास से बचाव करना चाहिए.