कोर्ट के आदेश के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया। इस बंगले का निर्माण उनके ही कार्यकाल में हुआ था। जब तक अखिलेश यहां रहे यह आलीशान नजर आता था लेकिन जैसे ही उन्होंने इसे खाली किया यह खंडहर सा दिखाई देने लगा है।कोर्ट के आदेश के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया। इस बंगले का निर्माण उनके ही कार्यकाल में हुआ था। जब तक अखिलेश यहां रहे यह आलीशान नजर आता था लेकिन जैसे ही उन्होंने इसे खाली किया यह खंडहर सा दिखाई देने लगा है।  अखिलेश ने बंगला खाली करने के बाद अधिकारियों को चाबी सौंपी। आज जब राज्य संपत्ति विभाग को बंगले की चाभी मिली तो वहां पर सभी लोग उस आलीशान बंगले की दुर्गति देखकर हैरत में थे। बंगले को भव्य स्वरूप देने में सरकार का करोड़ों रुपया खर्च हो गया था। इसमें सुख सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था, लेकिन इसे खाली करते वक्त बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है।  जब राज्य संपत्ति विभाग के कर्मी बंगला में अंदर घुसे तो वह अपना माथा पकड़ कर बैठ गए। बंगला में सिर्फ मंदिर को छोड़कर हर जगह को तहस-नहस कर दिया गया था। बंगले में लगे फ्लोर टाइल्स, मार्बल समेत कई जगह फर्श टूटी पड़ी मिली। छत और दरवाजों पर भी हथौड़ा चला है। यहां तक इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड तक को नहीं बख्शा। उसे भी उखाड़ दिया गया है।    भव्यता के कारण जाना जाने वाला बंगला उजड़ चुका था। इस अलीशान बंगला की फर्श के साथ ही टाइल्स भी उखाड़ दी गई है। कोई भी दीवार ऐसी नहीं थी, जिसको तोड़ा नहीं गया हो। इस भवन के एसी तक उखाड़े गए हैं।  इसके साथ ही स्वीमिंग पूल के हिस्सा भी पाटा हुआ मिला। इस पूल में विदेशी टाइल्स लगी थी। जिनको उखाड़ने के बाद पूल में मिट्टी भर दी गई है। इस बंगले में बाहर के गेट से लेकर अंदर तक सब पूरा टूटा-फूटा था।    इसके जिम एरिया में सबसे ज्यादा टूटफूट हुई है। इसके साथ ही इनडोर गेम्स के एरिया में भी तोडफोड़ देख गई। कहीं लोहे के एंगल निकले हुए थे, तो कहीं दीवार टूटी हुई थी।  बाहर साइकिल ट्रैक की पूरी फर्श टूटी पड़ी मिली। हमेशा हरा-भरा रहने वाला गार्डन भी अखिलेश यादव के आक्रोश का शिकार हुआ है। बैडमिंटन कोर्ट की भी फर्श, दीवारें, नेट और टाइल्स उखाड़ दिए गए हैं। इसके साथ ही बंगला में लगी लिफ्ट को भी उखाड़ा गया है।  बंगले में जो सबसे ज्यादा सुरक्षित स्थान बचा है वो है मंदिर। संगमरमर के इस मंदिर को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।

अखिलेश ने बंगला खाली करने के बाद अधिकारियों को चाबी सौंपी। आज जब राज्य संपत्ति विभाग को बंगले की चाभी मिली तो वहां पर सभी लोग उस आलीशान बंगले की दुर्गति देखकर हैरत में थे। बंगले को भव्य स्वरूप देने में सरकार का करोड़ों रुपया खर्च हो गया था। इसमें सुख सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था, लेकिन इसे खाली करते वक्त बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है।

जब राज्य संपत्ति विभाग के कर्मी बंगला में अंदर घुसे तो वह अपना माथा पकड़ कर बैठ गए। बंगला में सिर्फ मंदिर को छोड़कर हर जगह को तहस-नहस कर दिया गया था। बंगले में लगे फ्लोर टाइल्स, मार्बल समेत कई जगह फर्श टूटी पड़ी मिली। छत और दरवाजों पर भी हथौड़ा चला है। यहां तक इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड तक को नहीं बख्शा। उसे भी उखाड़ दिया गया है।

भव्यता के कारण जाना जाने वाला बंगला उजड़ चुका था। इस अलीशान बंगला की फर्श के साथ ही टाइल्स भी उखाड़ दी गई है। कोई भी दीवार ऐसी नहीं थी, जिसको तोड़ा नहीं गया हो। इस भवन के एसी तक उखाड़े गए हैं।

इसके साथ ही स्वीमिंग पूल के हिस्सा भी पाटा हुआ मिला। इस पूल में विदेशी टाइल्स लगी थी। जिनको उखाड़ने के बाद पूल में मिट्टी भर दी गई है। इस बंगले में बाहर के गेट से लेकर अंदर तक सब पूरा टूटा-फूटा था।

इसके जिम एरिया में सबसे ज्यादा टूटफूट हुई है। इसके साथ ही इनडोर गेम्स के एरिया में भी तोडफोड़ देख गई। कहीं लोहे के एंगल निकले हुए थे, तो कहीं दीवार टूटी हुई थी।

बाहर साइकिल ट्रैक की पूरी फर्श टूटी पड़ी मिली। हमेशा हरा-भरा रहने वाला गार्डन भी अखिलेश यादव के आक्रोश का शिकार हुआ है। बैडमिंटन कोर्ट की भी फर्श, दीवारें, नेट और टाइल्स उखाड़ दिए गए हैं। इसके साथ ही बंगला में लगी लिफ्ट को भी उखाड़ा गया है।

बंगले में जो सबसे ज्यादा सुरक्षित स्थान बचा है वो है मंदिर। संगमरमर के इस मंदिर को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।