सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आपराधिक घटनाओं पर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज अब लूट राज का पर्याय हो गया है। कोई सुरक्षित नहीं है और कब, कहां किस निर्दोष की हत्या हो जाए, कहा नहीं जा सकता है। मुख्यमंत्री 24 घंटे में अपराधों के राजफाश के चाहे जितने अल्टीमेटम दें, प्रशासन तंत्र पर उसका कोई असर नहीं है। अखिलेश के इस बयान पर भाजपा ने उन्हें अपने गिरबां में झांकने को कहा।
शासन-प्रशासन में पूरी तरह अराजकता
योगी सरकार पर हमलावर अखिलेश ने गुरुवार को कहा कि शासन-प्रशासन में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है। न पीएम सुरक्षा दे पा रहे हैं और न ही सीएम। दीपावली से पहले उप्र में खून की होली खेली जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में असली रामराज स्थापित हो गया और थानों में भाजपा नेता और संघ स्वयंसेवकों का राज है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के माल में दो-दो लोगों की गोली मारकर हत्या, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र प्रयागराज में छात्रावास के अंदर सुमित शुक्ला की हत्या, रायबरेली के हीरा व्यापारी लोकेश दुबे से जौनपुर में 1.70 करोड़ रुपये की लूट की घटनाओं को गिनाते हुए अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज किया। सीतापुर में पुलिस पर हमले की भी उन्होंने चुटकी ली।
भाजपा ने अखिलेश के बयान पर उन्हें अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. समीर सिंह ने कहा कि समाजवादी सरकार में थानों में हत्याएं होती थीं। गुंडाराज और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। अखिलेश का आरएसएस पर बयान उनके हिंदू विरोधी सोच एवं हताशा का परिणाम है। डॉ. समीर ने कहा कि योगी राज में विकास और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त हुआ है।