अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार है विपक्ष, माहौल विषाक्त करने की हो रही कुत्सित कोशिश: सीएम योगी

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को खराब करने का विपक्ष का मंसूबा नहीं होगा पूरा
  • पेगासस मामले पर सीएम योगी ने विपक्ष को लगाई फटकार
  • पेगासस मामले पर सीएम योगी ने विपक्ष को लगाई फटकार
  • कांग्रेस को रास नहीं आ रहा वंचित तबके को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान मिलना

लखनऊ, 20 जुलाई: तथाकथित पेगासस जासूसी मामले को लेकर जारी हंगामे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों को बड़े अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार बताया है। सीएम योगी ने कहा है कि विपक्षी दलों के द्वारा देश के भीतर जिस प्रकार का वातावरण बनाने का प्रयास हो रहा है, वह उनकी कुत्सित भावना का ही परिचायक है। कांग्रेस, सरकार में रहते हुए अपने समय में जिस प्रकार की हरकतें करती रही है, आज विपक्ष में रहकर अपने उन्ही मंसूबों के अनुसार आगे बढ़ रही है।

मंगलवार को पत्रकारों से संवाद करते हुए सीएम योगी ने कहा संसद सत्र प्रारम्भ होने के ठीक एक दिन पहले इस प्रकार की सनसनीखेज चीजों को परोस कर समाज में एक विषाक्त वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है, यह राजनीती के गिरते हुए स्तर का परिचय देता है। योगी ने जोर देते हुए कहा कि जब भी देश में कुछ महत्वपूर्ण होना होता है, यह विपक्षी दल देश और दुनिया के भीतर भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कुत्सित कोशिश में लग जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को खराब करने, भारत को अस्थिर करने के जिन मंसूबों के साथ विपक्ष कार्य कर रहा है, वह अंत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय साजिश के माध्यम से भारत को अस्थिर व अस्त-व्यस्त करने की यह कोई पहली घटना नहीं है। सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि बीते साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान दिल्ली में हुआ भीषण दंगा क्या साजिश का हिस्सा नहीं था? तमाम विपक्षी दलों की संलिप्तता नहीं देखी गई। वास्तव में देश के कोरोना प्रबंधन को जब डब्ल्यूएचओ और पूरी दुनिया सराह रही थी, तब भारत के अंदर विपक्ष एक ऐसा पूरा माहौल बनाने का प्रयास कर रहा था, मानो सरकार इस पूरे मामले से अनभिज्ञ है।

लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है संसद में हंगामा:
हालिया संसद सत्र का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि संसद एक मंच है बात रखने का, लेकिन अगर इसे शोरगुल का मंच बना लिया जाए तो यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। यह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है, विपक्ष यह लगातार कर रहा है। संसद का यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। गांव, गरीब, नौजवान और महिलाओं के लिए संसद में चर्चा होनी थी। कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा होनी थी लेकिन नकारात्मक भूमिका के साथ विपक्ष सामने आया है। विपक्ष ने यह साजिश रची। मैं 19-20 वर्षों तक संसद में रहा हूँ। सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री द्वारा नए मंत्रियों का सदन से परिचय कराये जाने की परंपरा रही है। इस मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जाति और उन तबकों से जुड़े अनेक ऐसे माननीय सदस्यों को स्थान मिला है, जिन्हे आजादी के बाद कभी नेतृत्व का मौका नहीं मिला था। आज जब उस तबके को प्रधानमंत्री जी ने मौका दिया तो विपक्ष को यह सब रास नहीं आ रहा है। संसद अपनी बात रखने का मंच है लेकिन विपक्ष का शोर करना लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। इसके लिए विपक्ष को जनता और देश से माफी मांगनी चाहिए।

मत-मजहब से जोड़ किसानों को भड़काया:
सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर भी ऐसा किया गया। किसानों को मत और मजहब से जोड़ा गया। उन्हें भड़काया गया, हिंसा करवाई गई। विपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहा है लेकिन इससे देश का भला नहीं होने वाला है। कुंठित मंशा विपक्ष की कभी सफल नहीं होगी। विपक्ष ने राफेल जैसा मुद्दा लाकर 2019 के पहले माहौल खराब किया था लेकिन उन्हें जनता ने जवाब दिया। अब आगे भी जनता-जनार्दन ही उन्हें जवाब देगी।

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