भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने यूक्रेन की नादिया किचेनोक के साथ होबार्ट इंटरनेशनल महिला युगल का खिताब जीत लिया है। मां बनने के बाद टेनिस कोर्ट पर लौटी सानिया ने शानदार खेल दिखाया है।
नादिया किचेनोक के साथ मिलकर सानिया ने झांग शुआई और पेंग शुआई की जोड़ी को एक घंटा और 21 मिनट तक चले मुकाबले में 6-4 6-4 से हराकर होबार्ट इंटरनेशनल का खिताब अपने नाम कर लिया। सानिया के करियर का यह 42वां डब्ल्यूटीए डबल्स खिताब है।
सानिया और नादिया ने पहले गेम में ही चीनी खिलाड़ियों की सर्विस तोड़ी, लेकिन अगले गेम में उन्होंने सर्विस गंवा दिया। दोनों जोड़ियों के बीच इसके बाद 4-4 तक करीबी मुकाबला देखने को मिला। सानिया और नादिया को नौवें गेम में ब्रेक प्वाइंट मिला जिसके बाद उन्होंने आसानी से पहला सेट अपने नाम किया।
चीनी जोड़ी का खेल दूसरे सेट के शुरू में भी अच्छा नहीं रहा और उन्होंने तीसरे गेम में सर्विस गंवा दी। उन्होंने हालांकि ब्रेक प्वाइंट लेकर फिर से वापसी की। सानिया और नादिया ने हालांकि नौवें गेम में चीनी जोड़ी की सर्विस तोड़ दी और अगले गेम में अपनी सर्विस बचाकर मैच अपने नाम कर दिया।
शुक्रवार को सानिया और किचेनोक ने स्लोवेनिया की तमारा जिदांसेक और चेक गणराज्य की मारि बूजकोवा को एक घंटे 24 मिनट तक चले सेमीफाइनल में 7-6, 6-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। खिताबी मुकाबले में सानिया और किचेनोक की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त चीन की शुआइ पेंग और शुआइ झांग मात दी।
सानिया मां बनने के बाद दो साल टेनिस से दूर थीं। पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से निकाह करने वाली सानिया ने 2018 में इजहान को जन्म दिया। उन्होंने अक्तूबर 2017 में आखिरी टूर्नामेंट खेला था। भारतीय टेनिस को नई बुलंदियों तक ले जाने वाली सानिया युगल में नंबर एक रह चुकी है और छह बार की ग्रैंडस्लैम विजेता है ।
उन्होंने 2013 में एकल टेनिस खेलना छोड़ दिया था। वह 2007 में डब्ल्यूटीए एकल रैंकिंग में 27वें स्थान तक पहुंची थी। अपने करियर में वह लगातार कलाई और घुटने की चोट से जूझती रही हैं।