सक्सेना ने हेलीकाप्टर घोटाले में सरकारी गवाह बनने के लिए अदालत में अर्जी दी है. इससे पहले राजीव सक्सेना की ओर से दायर की गई अर्जी पर अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा था.
अर्जी में कहा गया है कि राजीव सक्सेना अपनी मर्जी से और बिना किसी दबाव के सरकारी गवाह बनना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें वायदामाफ गवाह बना दिया जाए, तो वे अदालत में इस मामले के सभी तथ्यों का पर्दाफाश कर देंगे. अर्जी में सक्सेना ने यह भी कहा है कि जब वह जांच एजेंसी की कस्टडी में थे, तो उन्होंने पूरा सहयोग किया था. उनसे जो भी सवाल किए गए, उनका उन्होंने जवाब दिया. राजीव सक्सेना को मेडिकल ग्राउंड पर जमानत दी गई थी. राजीव सक्सेना ब्लड कैंसर समेत कई बीमारियों का सामना कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि ईडी का आरोप है कि राजीव सक्सेना ने गौतम खेतान के साथ मिलीभगत कर अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में 12 वीवीआइपी हेलीकॉप्टरों के अनुबंध को प्रभावित करने के लिए विभिन्न राजनीतिज्ञों, नौकरशाहों और वायुसेना अफसरों को भुगतान करने के मकसद से अवैध धन के शोधन के लिए वैश्विक कॉरपोरेट ढांचा मुहैया कराया है. इस मामले में एयर फाॅर्स के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी समेत कई आरोपित हैं.