हिमाचल के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति की चंद्रा घाटी के खंगसर पंचायत में रलिंग गांव से संबंध रखने वाले किसान सुनील ठाकुर ने बंदगोभी उगाने में रिकॉर्ड बनाया है। सुनील ने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती कर 17.230 किलो वजन की एक बंदगोभी तैयार की है।
उनके नए प्रयोग से 17 किलोग्राम से अधिक वजन की बंदगोभी ने देश के कृषि विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों को भी हैरानी में डाल दिया है।
सुनील ठाकुर के पिता हिमाल ने कहा कि गोभी की पनीरी तैयार करने में 38 दिन लगे थे। 97 दिनों बाद 17 किलोग्राम से अधिक वजन की गोभी तैयार हुई है।
सुनील ठाकुर ने कहा कि पूरी तरह से प्राकृतिक खेती अपनाते हुए उन्होंने जैविक उर्वरक का प्रयोग किया है, जिससे अधिक वजन की गोभी तैयार करने में उनका परिवार कामयाब हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने शुरुआत से ही जैविक खेती की ओर ध्यान दिया है।
इसके फलस्वरूप रिकॉर्ड वजन की बंदगोभी तैयार हो पाई है। उन्होंने सभी किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने पर बल दिया। कहा कि प्राकृतिक खेती से हम कम लागत में अपनी पैदावार को दोगुना कर सकते हैं।
सुनील की ओर से तैयार की गई 17 किलो की बंदगोभी इन दिनों आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग दूर-दूर किसान के घर गोभी देखने आ रहे हैं।