हाथरस की बिटिया की मौत के मामले में सवर्ण समाज के लोग धीरे-धीरे खुलकर सामने आने लगे हैं। इसे लेकर शुक्रवार को गांव बघना में 12 गांवों के लोगों की पंचायत हुई। इस पंचायत में लोगों ने आरोपियों के पक्ष से मांग उठाई है कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की जाए।

वहीं आरोपी पक्ष और बिटिया पक्ष के लोगों का नारको टेस्ट कराया जाए, जिससे हकीकत सामने आ सके और निर्दोषों को न्याय मिल सके।आपको बता दें कि हाथरस की घटना को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता तो बढ़ ही गई है, राहुल और प्रियंका गांधी के विरोध प्रदर्शन के बाद हाथरस में धारा 144 लागू कर दी गई है। बिटिया के गांव जाने वाले सभी रास्तों पर बड़़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए है और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
अलीगढ़ रेंज के आईजी पीयूष मोर्डिया बताते हैं कि हाथरस में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है। पीड़िता के गांव की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
दूसरी तरफ, बिटिया के साथ हुई घटना पर अब दूसरा पक्ष भी लामबंद होने लगा है। इसके बाद इलाके में तनाव भी गहरा रहा है। तनाव की सुगबुगाहट को अधिकारी भी महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि इलाके में एहतियात के तौर पर काफी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
चंदपा क्षेत्र के जिस गांव की बिटिया के साथ दरिंदगी हुई, वह वाल्मीकि समाज की थी, जबकि आरोपी चारों युवक ठाकुर समाज के हैं। घटना के बाद से ही दूसरा पक्ष खुद को निर्दोष बता रहा है और एकजुट भी होता जा रहा है। इस तरह की सुगबुगाहट आसपास के गांवों में भी देखी जा रही है। इसे लेकर क्षेत्र में तनाव भी बढ़ रहा है।
भाजपा के पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान ने आरोप लगाया है कि लड़की को उसके भाई और मां ने ही मारा है। उनका कहना है कि चारों युवक निर्दोष हैं और उन्हें फंसाया गया है। वहीं सांसद राजवीर सिंह दिलेर को लेकर उन्होंने कहा है कि उन्हें तो जनता सबक सिखाएगी।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal