हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में जहां बैठकों का नया रिकॉर्ड बना, वहीं विधायकों को भी सर्वाधिक समय के लिए बोलने का मौका मिला। पिछले साल बजट सत्र में आठ बैठकें की गईं थी जिसमें 31 घंटे 49 मिनट तक सदन की कार्यवाही चली। इस साल 10 बैठकें हुईं और कुल 41 घंटे 27 मिनट तक सदन की कार्यवाही चली। इस दौरान कुल पांच ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाए गए।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के अभिभाषण पर चार दिन तक चर्चा हुई जिसमें भाजपा के 16, जजपा के आठ, कांग्र्रेस के 11, सातों निर्दलीय और इनेलो विधायक अभय चौटाला को बोलने का मौका मिला। इस दौरान भाजपा विधायक 169 मिनट, जजपा विधायक 63 मिनट व मुख्यमंत्री मनोहर लाल 101 मिनट बोले। सत्ता पक्ष के 24 विधायकों व मुख्यमंत्री ने कुल 333 मिनट (5 घंटे 33 मिनट) का समय लिया।
अभिभाषण पर चर्चा के लिए कांग्रेस के 11 विधायकों ने 163 मिनट, सात निर्दलीय विधायकों ने 40 मिनट, इनेलो विधायक अभय चौटाला ने 19 मिनट लिए। विपक्षी व निर्दलीय विधायकों को कुल तीन घंटे 42 मिनट अपनी बात रखने के लिए मिले।
बजट पर सामान्य चर्चा के लिए 559 मिनट (नौ घंटे 19 मिनट) मिले। भाजपा के 21 विधायक 180 मिनट, जजपा के पांच विधायक 69 मिनट एवं मुख्यमंत्री ने 72 मिनट का समय लिया। कांग्रेस के 12 विधायक 184 मिनट, तीन निर्दलीय विधायक 32 मिनट एवं इनेलो विधायक ने 22 मिनट लिए। विपक्षी विधायकों को कुल चार घंटे दो मिनट मिले, जबकि भाजपा-जजपा के 26 विधायक व मुख्यमंत्री ने पांच घंटे 21 मिनट का समय लिया। सामान्य चर्चा के लिए कुल 559 मिनट मिले। यानी कि नौ घंटे 19 मिनट तक का समय विधानसभा कार्यवाही के लिए रखा गया।
सदन में उठे 180 सवाल
दिनांक | तारांकित | अतारांकित | अनुपूरक |
24 फरवरी | 13 | 17 | 24 |
25 फरवरी | 12 | 15 | 20 |
26 फरवरी | 10 | 14 | 20 |
27 फरवरी | 11 | 12 | 23 |
28 फरवरी | 11 | 10 | 25 |
2 मार्च | 12 | 13 | 26 |
3 मार्च | 8 | 7 | 17 |
4 मार्च | 16 | 0 | 33 |
कुल | 93 | 88 | 188 |
तीन दिन नहीं हुआ शून्यकाल, 18 बिल पास
20 व 28 फरवरी और 4 मार्च को शून्यकाल नहीं रखा गया। 26 फरवरी को इनेलो व 27 फरवरी को कांग्रेस विधायकों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर वॉकआउट किया। बजट सत्र में कुल 18 बिल पास किए गए। 20 फरवरी को 29 मिनट, 21 को 20 मिनट, 24 को 4 घंटे 31 मिनट, 25 को 3 घंटे 36 मिनट, 26 को 4 घंटे 27 मिनट, 27 फरवरी को 5 घंटे 43 मिनट, 28 फरवरी को 3 घंटे 44 मिनट, 2 मार्च को 4 घंटे 37 मिनट, 3 मार्च को 6 घंटे 23 मिनट और 4 मार्च को सबसे ज्यादा 8 घंटे 4 मिनट तक सदन की कार्यवाही चली।