हरियाणा सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन तीन हजार रुपये महीना दी जा रही है। राज्य में 31 लाख 50 हजार लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। अगले महीने करीब 80 हजार लोग और पेंशन के दायरे में आ जाएंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसके संकेत दिए हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले दस साल में 2500 रुपये पेंशन बढ़ाई है। जबकि कांग्रेस सरकार दस सालों तक सिर्फ 500 रुपये पेंशन देती रही। कांग्रेस ने अपनी सरकार के आखिरी साल में 500 रुपये से बढ़ाकर एक हजार रुपये पेंशन देने का वादा तो किया था, लेकिन कांग्रेस दे नहीं पाई थी। उस वादे को पूरा भी भाजपा सरकार ने ही किया था। 2014 में भाजपा जब सरकार में आई तो एक हजार रुपये पेंशन दी। उन्होंने कहा कि अब पेंशन बढ़ोतरी पर विचार कर रहे हैं।
हरियाणा सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन तीन हजार रुपये महीना दी जा रही है। राज्य में 31 लाख 50 हजार लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। अगले महीने करीब 80 हजार लोग और पेंशन के दायरे में आ जाएंगे। पिछले दिनों सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री बिशंबर वाल्मीकि ने भी बयान दिया था कि वह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर पेंशन बढ़ाने की बात करेंगे।
उन्होंने कहा था कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन तीन हजार से ऊपर होनी चाहिए। हरियाणा के चुनावों में पेंशन बड़ा मुद्दा बनता रहा है। पेंशन धारकों का एक बहुत बड़ा वर्ग है। अक्तूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए हरियाणा सरकार चुनाव से पहले पेंशन बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। भाजपा ने हरियाणा में हर साल पेंशन बढ़ाने का वादा किया था। इस साल जनवरी में 250 रुपये पेंशन बढ़ी थी। हालांकि इसकी घोषणा पिछले साल ही सरकार ने कर दी थी।
कांग्रेस छह हजार और इनेलो का 7100 पेंशन देने का वादा
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी कई बैठकों में कह चुके हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वह लोगों को छह हजार रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन देंगे। उनका कहना है कि वह भाजपा से दोगुनी पेंशन देंगे। वहीं, इनेलो ने 7100 रुपये पेंशन देने का वादा किया है। जजपा ने भी 5100 रुपये पेंशन देने का वादा किया था। हालांकि जजपा अपना वादा पूरा नहीं कर पाई थी। पार्टी का कहना है कि जब उनकी सरकार बनेगी तो वह लोगों को 5100 रुपये पेंशन देगी।