कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के 30वें दिन भी किसान दिल्ली की सभी सीमाओं पर डटे हैं. कल केंद्र सरकार की ओर से किसानों को फिर से चिट्ठी लिखकर बातचीत की टेबल पर लौटने की अपील की गई. सरकार की चिट्ठी में कहा गया है कि वो सभी मुद्दों पर खुले मन से बातचीत के लिए तैयार है, साथ ही एमएसपी के बारे में लिखित आश्वासन देने के लिए भी तैयार है.
बुधवार को किसानों ने आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन की बात भी उठाई थी. इस पर सरकार की ओर से कहा गया है कि नई मांग रखना तर्कसंगत नहीं है फिर भी इस पर चर्चा की जा सकती है.
हरियाणा के जींद में किसानों ने टोल प्लाजा को फ्री करा दिया है. जींद-पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खटकड़ गांव के टोल प्लाजा के बैरियर को उठा दिया गया है. किसी भी आने-जाने वाले से टोल नहीं लिया जा रहा है.
कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का आज 30वां दिन है. सरकार के नए प्रस्ताव पर क्या जवाब देना है? इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक 2 बजे होगी. केंद्र सरकार की चिट्ठी पर औपचारिक रूप से जवाब देने को लेकर इस बैठक में चर्चा होगी.
किसानों और सरकार के साथ सुलह की कवायद को लेकर पिछले 5 दिनों में सरकार की यह दूसरी चिट्ठी है. इससे पहले 20 दिसंबर को केंद्र सरकार ने किसान संगठनों से वार्ता करने के लिए पत्र भेजा था. किसान संघर्ष समिति की प्रेस कॉन्फ्रेंस आज 3 बजे होगी.