हरिद्वार में दो लोगों को मार चुका और एक को घायल कर चुका गुलदार अब श्मशान घाट में कब्र को निशाना बना रहा है। गत रात को गुलदार ने कब्रिस्तान में चार कब्र खोदीं। इनमें से एक कब्र के बाहर बच्चे का क्षत विक्षत शव मिला। वन विभाग को कब्र के पास से गुलदार के पंजों के निशान मिले हैं। जिसके बाद विभाग ने वहां पिंजरा लगा दिया है।
जंगल से आबादी और आबादी से अब कब्रिस्तान तक में गुलदार ने दस्तक दे दी है। इससे लोगों में दहशत का माहौल है। गत रात हरिद्वार के सुभाषनगर की चोर गली में स्थित अंसारी बिरादरी के कब्रिस्तान में गुलदार ने मांस की तलाश में चार कब्र खोदीं। गुलदार ने एक सप्ताह पूर्व दफनाए गए एक बालक के शव को भी कब्र से बाहर निकाला। बच्चे का शव क्षत-विक्षत हालत में कब्र के बाहर पड़ा मिला।
जब सुबह लोगों को इस घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने वन विभाग को इसकी सूचना दी। हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल का कहना है कि कब्रिस्तान में ङ्क्षपजरा लगाया जा रहा है। गश्त टीम को भी और अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
गुलदार को ट्रैंकुलाइज करने के लिए शासन से मांगी अनुमति
शाम ढलते ही लोग गुलदार के डर से घरों में कैद हो जा रहे हैं। वन विभाग ने अब गुलदार को ट्रैंकुलाइज करने के लिए शासन से अनुमति मांगी है। भेल प्रशासन ने भी गुलदार के भय से आसपास की झाड़ियों का कटान शुरू कर दिया है। साथ ही, पांच टीमों को भी गुलदार पर नजर रखने के लिए लगाया गया है। हरिद्वार में गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में छह पिंजरे लगाए गए हैं। वहीं, डीपीएस ने भी स्कूल परिसर और आसपास के क्षेत्रों से झाडिय़ां कटा दी हैं।
खेत में दिखा गुलदार, दहशत
पथरी क्षेत्र के गांव फेरुपुर के नजदीक खेतों में गुलदार की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत है। सूचना पर वनकर्मियों ने गुलदार को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। ग्राम प्रधान फेरुपुर मोहलहड़ सिंह रात में जंगली जानवरों से खेतों की रखवाली कर रहे मजदूरों से मिलने गए थे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्हें एक खेत में गुलदार दिखाई दिया। गुलदार दिखने की सूचना पर ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को देखकर गुलदार जंगल की तरफ भाग गया। उप वन क्षेत्र अधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि खेतों में गुलदार जानवरों का शिकार करने के लिए आते हैं। इन्हें पकडऩे के लिए पिंजरा लगाया जाएगा।
गुलदार का कब्र खोद कर शव खाना चिंताजनक
हरिद्वार में कनखल से लेकर बीएचईएल तक के क्षेत्र में सक्रिय गुलदार का असामान्य व्यवहार विशेषज्ञों को चौंका रहा है। उत्तराखंड के पूर्व प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ.आरबीएस रावत ने कहा कि यदि गुलदार कब्र खोदकर शव खा रहा है तो यह बेहद चिंता वाली बात है। उन्होंने कहा कि गुलदार को पकडऩे के लिए वन विभाग को युद्ध स्तर पर मुहिम चलानी चाहिए। साथ ही उसके व्यवहार में आए बदलाव को देखते हुए भारतीय वन्यजीव संस्थान से इसका गहन अध्ययन कराना चाहिए, ताकि इसके हिसाब से कदम उठाए जा सकें।
पूर्व प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ.रावत ने कहा कि जिस प्रकार की सूचनाएं आ रही हैं, उससे यह प्रतीत होता है कि हरिद्वार क्षेत्र में सक्रिय गुलदार शिकार करने में असहाय हो गया है। कैनाइन (दांत) टूटना अथवा उम्र के साथ पंजे घिस जाना इसकी वजह हो सकता है। भूख मिटाने को गुलदार आसान शिकार की तलाश में इधर- उधर पहुंच रहा है। यह चिंता का विषय है।
ऐसे में विभाग को चाहिए कि वह गुलदार को पकडऩे के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए। साथ ही पूरे क्षेत्र में सावधानी भी बरती जाए। उन्होंने कहा कि गुलदार के व्यवहार में बदलाव के अन्य कारण तो नहीं, इसके लिए गहन अध्ययन आवश्यक है। विभाग को चाहिए कि वह भारतीय वन्यजीव संस्थान के माध्यम से यह अध्ययन कराए और फिर अध्ययन रिपोर्ट के आधार पर कदम उठाना सुनिश्चित करे।