चीन से बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह लेह पहुंचे. पीएम मोदी का ये दौरा अचानक था, जिससे हर कोई चौंक गया. पीएम मोदी के साथ इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री मोदी को सेना, वायुसेना के अधिकारियों ने जमीनी हकीकत की जानकारी दी.
लेह के वॉर मेमोरियल हॉल ऑफ फेम पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उन्होंने सेना के अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात की. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जवानों को संबोधित किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय सैनिकों के पराक्रम की सराहना की.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है, तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है. आपकी भुजाएं, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं. आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपका ये हौसला, शौर्य और मां भारती के मान-सम्मान की रक्षा के लिए आपका समर्पण अतुलनीय है. जिन कठिन परिस्थितियों में जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा, उसकी सेवा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता.
भारतीय सेना के जवानों की तारीफ करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है.
दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है. आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है. भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर देशवासी का सिर आपके यानी अपने देश के वीर सैनिकों के सामने आदरपूर्वक नतमस्तक होकर नमन कर रहा है.
आज हर भारतीय की छाती आपकी वीरता और पराक्रम से फूली हुई है. 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है. दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है. आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है. भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी.
जवानों को प्रोत्साहित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है, वीर भोग्य वसुंधरा. यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं.
ये धरती वीर भोग्या है. इसकी रक्षा-सुरक्षा को हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊंचा है. ये सामर्थ्य और संकल्प में आज आपकी आंखों पर, चेहरे पर देख सकता हूं.
आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं.