महागठबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी ने पलटवार किया है. ममता ने कहा कि विपक्ष के नेता बंधुआ मजदूर नहीं हैं, जो प्रधानमंत्री की धुन पर नाचेंगे. बता दें, सिलवासा रैली में पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष का महागठबंधन सिर्फ पीएम मोदी के ही खिलाफ नहीं, बल्कि भारत की जनता के भी खिलाफ है.
कोलकाता के बिग्रेड मैदान में मेगा रैली के बाद विपक्षी दलों के साथ चाय पार्टी के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि वह (मोदी) नवाब नहीं हैं और हम उनके गुलाम नहीं हैं जो उनकी धुन पर नाचेंगे. हम इस देश के स्वतंत्र नागरिक हैं. वह चाहते हैं कि हम उनके नौकर बन जाएं, लेकिन हम नहीं बनेंगे. इस दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हम सिर्फ इस देश के लोगों के गुलाम हैं.
22 दलों के 40 नेताओं की मेगा रैली
बता दें, मोदी सरकार के खिलाफ ममता बनर्जी की अगुवाई में 22 दलों के 40 नेताओं ने कोलकाता में मेगा रैली की. इस दौरान नेताओं ने मोदी हटाओ का नारा दिया. रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा था कि राजनीति में शिष्टता होती है, लेकिन भाजपा इसका पालन नहीं करती है, जो भाजपा के साथ नहीं हैं उन्हें चोर बता दिया जाता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोगों से अच्छे दिन का वादा किया. पांच साल हो गए, लेकिन लोगों के अच्छे दिन नहीं आए. न तो लोगों के खाते में 15 लाख रुपए आए और न हीं बेरोजगारों को नौकरी मिली. अब जनता का मूड बदल चुका है. देश में अब बीजेपी के बुरे दिन आने वाले हैं.
सभी नेताओं ने दिया मोदी हटाओ का नारा
पहले कांग्रेस को कोसने वाले अब एक मंच पर आ गए
इस रैली पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो पहले कांग्रेस को पानी पी-पी कर कोसते थे, वो भी एक मंच पर आ गए हैं. इन्हें गुस्सा आ रहा है कि मोदी गरीबों का अधिकार छीनने वाले, उनके राशन, उनकी पेंशन हड़पने वाले दलालों को बाहर क्यों कर रहा है? इन्हें दिक्कत है कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई क्यों कर रहा है? बीजेपी के विरोध में देश के सारे दल इकट्ठा हो गए हैं, क्योंकि हम सत्य के मार्ग पर चलने वाले लोग हैं.