हथियार तस्कर मंजर आलम पुलिस की गिरफ्त में है और पूछताछ में लगातार चौकाने वाला खुलासा कर रहा है। मंजर आलम ने पूछताछ में खुलासा किया है कि पटना में गिरफ्तार गैंग ऑफ एके 47 का सरगना मंजर आलम का नेटवर्क सिर्फ बिहार यूपी और झारखंड तक ही नहीं था बल्कि उसका नेटवर्क मुंबई और दिल्ली के हथियार तस्करों से भी था। मंजर सिर्फ हथियार ही नहीं सप्लाई करता था बल्कि वह हथियार बनाने में ट्रेंड मजदूरों को भी जरूरत के हिसाब से दूसरे राज्यों में भी भेजता था। मंजर आलम दिल्ली का सबसे बड़ा हथियार तस्कर सैदुल्लाह को भी दो एके 47 सहित कई हथियारों की सप्लाई कर चुका है।
सैदुल्लाह को दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों टिकरी बॉर्डर के पास इनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था। इसके अलावा एक कार से दिल्ली पुलिस 65 ऑटोमेटिक पिस्टल भी बरामद किया गया था। यह हथियार भी मंजर ने ही उपलब्ध कराए थे। ये हथियार मेरठ में बनाये गए थे। दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में मेरठ के लिसाड़ी गेट के लखीपुरा स्थित फैक्ट्री में बनाये जा रहे थे। वहां से दिल्ली पुलिस ने मुंगेर के कारीगर मो साबिर मो इंतजार और मो ओबैद को गिरफ्तार किया था। वहां से भी 19 पिस्टल बरामद किए गए थे। सैदुल्लाह के बारे में मंजर ने बताया है कि वह दिल्ली एनसीआर और हरियाणा का सबसे बड़ा आर्म्स सप्लायर हैं। इसके अलावा मंजर ने प्रवीण कॉल,राजीव गुप्ता और सुनील के बारे भी बताया है।
अब तक हुई पूछताछ में एक और नाम सामने आया है। नजीब गया का रहनेवाला है और उसका अंडरवर्ल्ड कनेक्शन है। मंजर की गिरफ्तारी के बाद नजीब गायब हो गया है।नजीब को मंजर ने आधा दर्जन से ज्यादा एके 47 दिए थे। हालांकि रिमांड पर हुए पूछताछ के बाद मंजर आलम को जेल भेज दिया गया। जहां से उसे रिमांड पर मुंगेर पुलिस ले गई है।