गाजियाबाद पुलिस ने चलती ट्रेनों में मुसाफिरों से डंडा या पत्थर मारकर मोबाइल लूटने वाले गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों के कब्जे से 6 स्मार्टफोन, एक तमंचा और दो चाकू बरामद किए हैं. पुलिस बदमाशों से पूछताछ कर रही है.
बदमाशों की पहचान रहीस, मोनू, इरशाद और ललित के रूप में हुई. पकड़ में आए बदमाशों ने पुलिस को बताया, वह लोग करीब एक साल से छीना-झपटी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. अभी तक उनकी वजह से पांच मुसाफिर चलती ट्रेन से गिर चुके हैं.
उन्होंने बताया, गैंग के लोग अलग-अलग ग्रुप में पुराना गाजियाबाद, नया गाजियाबाद और साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के आउटर पर खड़े रहते थे. ट्रेन की गति धीमी होते ही वह उन मुसाफिरों को पत्थर या डंडा मारते थे, जो गेट पर खड़े होकर मोबाइल फोन पर बात कर रहे होते थे.
बदमाशों ने करीब 30 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह लोग फोन झपटने के अलावा रात के वक्त शहर की सुनसान जगहों पर लोगों को गन पॉइंट पर भी लूटते थे. फिलहाल बदमाशों से पुलिस पूछताछ जारी है.
ये हुईं वारदातें
अगस्त 2016 में दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास बदमाशों ने एक युवक को पत्थर मारकर उसका मोबाइल फोन गिरा दिया था. फोन बचाने के चक्कर में वह युवक चलती ट्रेन से गिर गया. हालांकि ट्रेन की स्पीड कम थी जिससे उसकी जान बच गई.
नवंबर 2015 में गाजियाबाद रेलवे स्टेशन निकलने के बाद ईएमयू ट्रेन में कुछ बदमाशों ने डंडा मारकर एक युवक का मोबाइल लूट लिया था. फोन को बचाने के चक्कर में वह चलती ट्रेन से कूद गया. ट्रेन के नीचे आने से उसकी मौत हो गई. ट्रेन में फोन छीनने की ऐसी अनगिनत वारदातें हैं, जो सामने नहीं आई हैं. फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगा रही है.