महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय महल में रहने वाले कम से कम नौ वरिष्ठ पदाधिकारी कोरोना की चपेट में पाए गए हैं। सभी संक्रमित पूर्णकालिक वरिष्ठ स्वयंसेवक सदस्य हैं और उनकी उम्र 60 साल या इससे अधिक है। इन्हें इलाज के लिए शहर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कम से कम नौ वरिष्ठ सदस्यों को कोरोना है और लगभग सभी हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) और डायबिटिज से पीड़ित हैं। एक वरिष्ठ स्वयंसेवक ने कहा, ‘सभी की हालत स्थिर है और उनपर दवाओं का असर हो रहा है।’
मुख्यालय में रहने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव भैय्याजी जोशी फिलहाल शहर से बाहर हैं। रिपोर्ट के अनुसार आरएसएस के वरिष्ठ सदस्य ने कहा, ‘उन्हें इसकी जानकारी दे दी गई है।’ उन्होंने कहा कि सभी संक्रमित सदस्य एसिप्टोमैटिक (लक्षण दिखाई न देना) हैं।
आरएसएस मुख्यालय में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए, भवन के अंदर सभी कमरों सहित पूरे परिसर को सैनिटाइज किया गया है। इस बीच नागपुर जिले के संरक्षक मंत्री नितिन राउत की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद ट्विटर पर इसकी जानकारी दी। उनकी पत्नी भी वायरस से संक्रमित हैं। दोनों निजी नर्सिंग होम में भर्ती हैं।
इससे पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री और नागपुर से भाजपा सांसद नितिन गडकरी कोरोना की चपेट में पाए गए थे। नागपुर में कोविड -19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस महीने के शेष दो सप्ताह में शनिवार और रविवार को शहर में जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। इसे बढ़ाने का फैसला 30 सितंबर के बाद लिया जाएगा। इसकी जानकारी शहर के मेयर संदीप जोशी ने दी।