मोटरसाइकिलों पर स्टंटबाजी कर खुद की और दूसरों की जान को खतरे में डालने वाले युवकों को इससे होने वाले नुकसान के प्रति अवगत करवाने के लिए जम्मू पुलिस मनोविशेषज्ञ डाक्टरों ने काउंसलिंग करवाएगी। इससे पूर्व ट्रैफिक पुलिस जम्मू भी स्टंटबाजी करने वाले युवकों की डाक्टरों से काउंसलिंग करवा चुकी है। जिसके नतीजे भी सामने आए है। जिन युवकों की काउंसलिंग करवाई गई थी अब वह स्टंटबाजी से तौबा कर चुके हैं। शहर में मोटरसाइकिल सवार युवकों पर स्टंटबाजी का प्रचलन लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
जम्मू पुलिस ने स्टंटबाजी करने वालों के खिलाफ इन दिनों विशेष अभियान चला रही है। बीते पंद्रह दिन में जम्मू पुलिस ने सड़कों पर स्टंटबाजी करने वाले 48 वाहनों को सीज किया और 32 मोटरसाइकिल सवार युवकों के चालान काटे। सीज किए गए जिन मोटरसाइकिलों को पुलिस छोड़ रही है। उससे युवकों के अभिभावकों से बात कर उन्हें उनके बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने की सलाह दी जा रही है। बीते रविवार को नगरोटा पुलिस ने स्टंटबाजी करते युवकों के 16 मोटरसाइकिलों को सीज किया था। इससे पूर्व 6 नवंबर (उस दिन भी रविवार था) को भी नगरोटा पुलिस ने 13 मोटरसाइकिलों को सीज किया था, जिन पर सवार युवा स्टंटबाजी कर रहे थे।
मोटरसाइकिलों पर स्टंटबाजी कर खुद को जान को जोखिम में डाल कर युवा वीडियो बनाते हैं और उस वीडियो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर देते हैं। इन वीडियो को अन्य युवा देखते है और वह भी इस काम के लिए प्रेरित होते है। इसके बाद युवा अपने गुट बना कर स्टंटबाजी के लिए निकल पड़ते है। कई युवकों ने स्टंटबाजी के लिए अपने मोटरसाइकिलों को माडिफाइड भी करवाया हुआ है। जिन पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई होती है। पुलिस अब खतरनाक ढंग से मोटरसाइकिल चलाने वाले युवकों की पहचान कर उनकी डाक्टर से काउंसलिंग करवा