सूरजपुर जिले के सूरजपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष ने अपनी उपेक्षा से नाराज होकर अपने कार्यालय में जूते की माला पहन अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया है। जनपद अध्यक्ष ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उसकी इसी तरह उपेक्षा किया तो वह भविष्य में भी विधानसभा के सामने जाकर इसी तरह प्रदर्शन करने मजबूर होंगे।
अपमान का विरोध
सूरजपुर के जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल देहाती एक सरकारी कार्यक्रम में हुए अपमान से बेहद नाराज हैं। उन्होंने इस अपमान का विरोध करने जूता-चप्पल की माला पहनकर फेसबुक पर लाइव और अपनी ही पार्टी के नेताओं समेत पूरे जिले प्रशासन के अधिकारियों को जमकर कोसा है। इसको लेकर सूरजपुर जिला प्रशासन में भी हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है। बता दें, जनपद अध्यक्ष कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के चचेरे भाई कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष विन्ध्येश्वर शरण सिंहदेव के करीबी हैं।
फेसबुक पर लाइव
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक अनोखा विरोध प्रदर्शन इंटरनेट मीडिया पर देखने को मिल रहा है। सूरजपुर के जनपद पंचायत अध्यक्ष एक सरकारी कार्यक्रम में हुए अपमान से बेहद नाराज हो गए।वह इस अपमान का विरोध दर्ज करने जूता-चप्पल की माला पहनकर फेसबुक पर लाइव आ गए और अपनी ही पार्टी के नेताओं सहित प्रशासन के अधिकारियों को जमकर कोस रहे हैं। इस मामले में अब कोई भी कांग्रेस का पदाधिकारी और अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
सूरजपुर के जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल देहाती कांग्रेस के समर्थन से अध्यक्ष बने हैं। जगलाल के अनुसार सूरजपुर जिला प्रशासन ने सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जिसका समापन समारोह आयोजित था।इस कार्यक्रम के लिए पुलिस विभाग ने आमंत्रण पत्र छपवाया था जिसमें जगलाल का नाम नहीं था।चूकिं जिला मुख्यालय के जनपद के वह अध्यक्ष हैं इसलिए उनके अनुसार आमंत्रण पत्र में उनका भी नाम होना था।
उन्होंने बताया कि उसके बाद भी वह कार्यक्रम में शामिल होने गए लेकिन वहां किसी ने न तो उन्हें मंच पर जगह दी और न ही उनका किसी प्रकार का सम्मान किया गया। मंच में कार्यक्रम के दौरान उनका नाम भी नहीं लिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधियों का माला पहनाकर सम्मान किया गया।इस दौरान दो दो विधायक भी मौके पर उपस्थित थे पर किसी ने उन्हें मंच पर में ही बुलाया।
इसको लेकर वह विधायकों व अधिकारियों पर भड़के हुए हैं।जनपद अध्यक्ष जगलाल देहाती ने फेसबुक लाइव में स्थानीय विधायक व सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े का भी नाम लिया।उन्होंने कलेक्टर,पुलिस अधीक्षक,सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष व अन्य कांग्रेसी नेताओं को जमकर कोसा।
उन्होंने कहा कि वह भी करीब 108 गांवों के ढाई लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। संविधान की व्यवस्था के अनुसार यह क्षेत्र पांचवी अनुसूची का आदिवासी क्षेत्र है। इसी आरक्षण के चलते उन्हें लोगों ने निर्वाचित किया और अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया है लेकिन प्रशासन ने उनका अपमान किया है।
विधायक, मंत्री और राज्य सरकार पर साधा निशाना-
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जगलाल देहाती जनपद सदस्य निर्वाचित हुए थे। पार्टी के समर्थन से वे युवा जनपद अध्यक्ष बने हैं। सड़क सुरक्षा सप्ताह में अपनी उपेक्षा देख वे भड़के हुए हैं। जनपद अध्यक्ष इंटरनेट मीडिया पर लाइव के दौरान जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों, सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और संसदीय सचिव व मंत्री सहित राज्य सरकार को भी इसके लिए जमकर कोसा है।उन्होंने विधानसभा और मंत्रालय के सामने भी जूते-चप्पल की माला पहन प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
हर जगह उपेक्षा को ले सामने आ रही नाराजगी-
उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में अधिकांश जिलों में प्रशासन के द्वारा प्रोटोकाल का उल्लंघन के साथ सार्वजनिक आयोजनों में जनप्रतिनिधियों की नाराजगी सामने आ रही है।तीन दिन पहले ही तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री के सामने सामरी विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने बलरामपुर जिले में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं भी उनकी फोटो फ्लैक्स व होर्डिंग में न लगाने की शिकायत कर उनके क्षेत्र से आए कार्यकर्ताओं को अपमान करने का आरोप लगाया था। इसके पहले अंबिकापुर में भी कई आयोजनों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा पर बवाल मच चुका है।