भाजपा के संसद सुब्रमण्यम स्वामी ने 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार को कांग्रेस सरकार की तरफ से बड़ी भूल बताया, साथ ही स्वामी ने उस समय के चरमपंथियों के नेता भिंडरावाले पर भी बड़ा बयान दिया है, स्वामी के अनुसार भिंडरावाले ने कभी भी अलग खालिस्तान की मांग नहीं की थी, न ही ऐसा कहीं पर लिखा है या कोई रिकॉर्डिंग या अन्य कोई सबूत भी नहीं है.
ऑपरेशन ब्लू के दौरान चरमपंथियों का नेतृत्व करने वाले भिंडरावाले के बारे में स्वामी ने कहा है कि ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ एक तरह से बड़ी भूल थी, इसके पीछे यूएसएसआर की साजिश थी जो नहीं होनी चाहिए थी. स्वामी ने अपने बयान में आगे कहा कि अगर भिंडरावाले को सरकार अलग खालिस्तान दे भी देती तो शायद वो इसे लेने से इंकार कर देते.
बता दें, भिंडरावाले के नेतृत्व के समय पंजाब में हिंसा का दौर चल रहा था, भिंडरावाले और उनके सहयोगी संघठन ने अमृतसर के गोल्डन टेम्पल में डेरा डाल लिया था साथ ही वहां रहने लगा था, हालात बेकाबू हो जाने और बैठकों से कुछ हासिल नहीं होने के बाद सेना ने गोल्डन टेम्पल में विद्रोहियों के खिलाफ सेना द्वारा हमला बोल दिया जिसमें विद्रोहियों को टारगेट किया गया था.