अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले अहम फैसले से पहले केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस फैसले को लेकर जीत का जुनूनी जश्न नहीं होना चाहिए और न ही हार का हाहाकारी हंगामा होना चाहिए. वो प्रयागराज में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में 10 दिनों तक चलने वाले हुनर हाट का उद्घाटन करने आए थे. नकवी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘ अयोध्या मामले जैसे संवेदनशील मुद्दे पर हमारा यही मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आता है, उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए.’
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अयोध्या विवाद का फैसला आने वाला है, इसकी मैं कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता हूं, क्योंकि मैं कोई भविष्य वक्त्ता नहीं हूं. उन्होंने कहा है कि ऐसे संवेदनशील मौकों पर जीत का जश्न नहीं होना चाहिए और हार का हाहाकार या हंगामा भी नहीं होना चाहिए. मुख्तार अब्बास नकवी ने देश वासियों को जीत के जुनूनी जंग और हार के हाहाकारी हंगामे से दूर रहने की नसीहत भी दी है.
हुनर हाट के बारे में उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रथम 100 दिनों में ही उनके मंत्रालय ने देश के अलग अलग हिस्सों में 100 हुनर हब स्वीकृत किए हैं जहां दस्तकारों, शिल्पकारों, पारंपरिक खानसामों को मौजूदा जरूरतों के हिसाब से प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनके हुनर को निखारा जाएगा. नकवी ने कहा कि पिछले तीन सालों में देश के प्रख्यात आर्थिक केंद्रों में आयोजित 12 से ज्यादा हुनर हाट के जरिए ढाई लाख से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं.