अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में अपनी कार्रवाइयों का बचाव करते उन्हें “रणनीतिक रूप से शानदार” करार दिया। उन्होंने तुर्की के हमलों में कुर्द सहयोगियों का साथ छोड़ने पर कहा कि ”कुर्द फरिश्ते” नहीं हैं। ट्रंप तुर्की को उत्तरी सीरिया पर हमलों का मौका देने के लिए तीखी आलोचना का सामना कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इन चिंताओं को खारिज कर दिया।
उन्होंने यह बात ऐसे समय में कही जब उपराष्ट्रपति माइक पेंस और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को हमले रोकने के लिये मनाने की खातिर तुर्की जाने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ने इटली के राष्ट्रपति सर्गेइ मत्तारेली से मुलाकात के इतर कहा, “मैं सीरिया- तुर्की की सीमा पर स्थिति को अमेरिका के लिये रणनीतिक रूप से शानदार मान रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “हमारे सैनिक वहां नहीं हैं। हमारे सैनिक पूरी तरह सुरक्षित हैं।” उन्होंने कहा, “तुर्की सीरिया में गया। अगर तुर्की सीरिया में जाता है तो यह तुर्की और सीरिया के बीच का मामला है। यह तुर्की और अमेरिका के बीच का मामला नहीं है, जैसा कि कुछ मूर्ख लोग मानते हैं।” उन्होंने कहा, “कुर्द अब काफी सुरक्षित हैं, वे जानते हैं कि कैसे लड़ा जाता है और जैसा कि मैंने कहा कि वे फरिश्ते नहीं हैं। अगर आप गौर से देखेंगे तो वे फरिश्ते नहीं हैं।”
गौरतलब है कि अमेरिका ने सीरिया में आईएस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने वाले कुर्दों का साथ छोड़ दिया था, जिसके बाद अमेरिकी सैनिक कुर्द इलाकों से वापस आ गए थे। अमेरिकी सैनिकों के वापस लौटने के बाद तुर्की ने पिछले सप्ताह वहां हमले शुरू कर दिये थे।
ट्रंप ने तुर्की को सीरिया में हमलों की अनुमति देने की बात से इनकार किया
वहीं दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को सीरिया में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाने की अनुमति देने की बात से बुधवार (16 अक्टूबर) को इनकार किया।
ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, “राष्ट्रपति एर्दोआन के फैसले ने मुझे चौंकाया नहीं क्योंकि वह काफी समय से ऐसा करना चाहते थे।” उन्होंने कहा कि वह काफी समय से सीरिया से लगी सीमा पर सैनिक तैनात करना चाहते थे।