लखनऊ। एक तरफ सूबे के युवा सीएम अखिलेश अपनी छवि बचाने के लिए परेशान हैं, तो दूसरी तरफ उन्हीं के कार्यकर्ता उनकी छवि बिगाडने में लगे हुए हैं। ताजा मामला है उत्तर प्रदेश के बिजनौर का जहां पर एक मुस्लिम महिला ने मौलाना अनवारुल हक़ पर रेप का आरोप लगाया था, लेकिन अभी तक मौलाना की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस के ढीले रवैये के चलते अभी तक मुस्लिम महिला को इंसाफ नहीं मिला है। गौरतलब है कि मौलाना के खिलाफ वारंट भी जारी किया गया था, जिसके बाद से मौलाना फरार हो गया। वहीं पुलिस सिर्फ मौलाना को ढूंढने की कोशिश मात्र ही करती दिखाई दे रही है।
कुछ दिनों पहले बिजनौर के मौलाना अनवारुल हक़ पर महिला ने रेप का आरोप लगाया था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। महिला के मुताबिक, मौलाना ने उसे जिन्नात उतारने के बहाने अपनी हवस का शिकार बनाया। इतना ही नहीं रेप के बाद मौलाना ने अपनी राजनैतिक जान-पहचान भी बताई थी।
मौलाना ने एसपी सिटी को धमकाते हुए कहा था कि सीएम अखिलेश से मेरी पहचान है। धमकी को जारी रखते हुए मौलाना ने मामले में गड़बड़ी होने पर देख लेने और वर्दी उतारने की धमकी भी दी थी।
आरोपी मौलाना अनवारुल हक़ को रेप के आरोप के बाद भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। मौलाना वारंट जारी होने के बाद से ही फरार है। जिसके बाद ये सवाल उठने लाजमी हैं कि क्या मौलाना को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त हो रहा है। क्या वजह है कि यूपी पुलिस अभी तक फरार मौलाना को पकड़ नहीं सकी है। मौलाना एसपी सिटी पर अपनी राजनैतिक पहुंच की धौंस पहले ही जमा चुके हैं। वहीं अब सीएम अखिलेश के साथ आरोपी मौलाना की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।