ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में हुए हादसे के बाद मलबे को हटाने का काम करीब 60 घंंटे बाद शुक्ररवार सुबह भी जारी रहा। अगर सब कुछ सामान्य तरीके से चलता रहा तो शुुुुक्रवार शाम तक मलबा पूूूूरी तरह से साफ होने की उम्मीद हैैै। ऐसे में मंगलवार रात 9:30 बजे से शुक्रवार शाम तक मलबा हटाने के काम में तकरीबन 72 घंटे का समय लगने का अनुमान है।
एनडीआरएफ की टीम हर तरह के संसाधन से लैस बताई गई है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये है कि उनको मलबा हटाने के लिए रास्ता नहीं मिल पा रहा है। रास्ता बनाने का कार्य जेसीबी मशीन का है, लेकिन मशीन खड़ी करने के लिए जगह ही नहीं है। जगह बनाने के लिए बेसमेंट को ढका गया और आसपास मौजूद अवैध निर्माण को गिराया गया।
राहत व बचाव कार्य में मौसम बन रहा बाधक
शुक्रवार सुबह हुई बारिश ने राहत व बचाव कार्य कर रही टीमों की रफ्तार धीमी कर दी। बारिश की वजह से आसपास पानी भर गया। इससे सही अंदाजा नहीं लग पा रहा था। घटनास्थल पर भी पानी भरने से मशीनों और बचाव टीमों को काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बारिश के दौरान भी बचाव टीमें मलबा हटाने के कामों में जुटी रहीं। बचाव टीम के अधिकारियों ने बताया कि बारिश के दौरान जरा सी लापरवाही होने पर बचाव कार्य में जुटी मशीनें अनियंत्रित होने का खतरा रहता है। ऐसे में एक और हादसा हो सकता है।