तेलंगाना के सचिवालय परिसर में नल्ला पोचम्मा मंदिर और दो मस्जिद क्षतिग्रस्त होने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है.
अब इस मामले पर राजनीतिक पार्टियों के द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी ने इसे इतिहास का काला दिन बताया है.
कांग्रेस वर्किंग प्रेसिडेंट और सांसद ए. रेवंत रेड्डी ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा है. रेड्डी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की भावनाएं अन्य सभी समुदायों की धार्मिक भावनाओं से बहुत ऊपर थी.
सीएम के अंधविश्वास के चलते सचिवालय परिसर के साथ नल्ला पोचम्मा मंदिर और दो मस्जिदों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वह अपने बेटे तारकराम राव को अगला मुख्यमंत्री बनवाना चाहते हैं.’
रेड्डी ने कहा कि सचिवालय परिसर की इमारत गिराने का मुख्य कारण सीएम का अंधविश्वास है. मुख्यमंत्री वास्तु के अनुसार काम करते हैं.
उन्हें लगता है कि अयोग्य सचिवालय उनके बेटे का राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नहीं कर सकता. सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के अनुसार हुसैनसागर के पास स्थायी बिल्डिंग का निर्माण नहीं हो सकता है और हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.
दूसरी तरफ बीजेपी के महासचिव पी. मुरलीधर राव ने भी केसीआर सरकार पर निशाना साधा है. राव ने कहा कि अब उनकी सरकार के दिन पूरे हो गए हैं. नाला पोचम्मा मंदिर को ध्वस्त करना एक अभिशाप होगा जो केसीआर सरकार को परेशान करेगा.