महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार, कहारवाड़ी होते हुए राजा की पालकी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना की जाएगी
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पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर, ढाबारोड, टंकी चौराहा, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम करीब 7 बजे पुन: मंदिर पहुंचेगी।