मेकबेथ में शेक्सपियर ने कहा था- ‘शराब उत्तेजित और अनुत्तेजित दोनों करती है। एक तरफ जहां यह आपकी इच्छा को उत्तेजित करती है वहीं आपके परफॉर्मेंस को घटा देती है।’ कुछ ऐसा ही होता है जब आप शराब और सेक्स को मिलाते हैं। आगे की तस्वीरों में जानें, कि क्या होता है जब आप शराब के नशे में धुत्त होकर सेक्स करते हैं-
शराब हमारे दिमाग पर असर करती है और कुछ निश्चित प्रतिक्रियाओं को बंद कर देती है जिससे आप यौन उत्तेजन की तरफ बढ़ जाते हैं और ज्यादा आवेगशील बन जाते हैं।
दरअसल, एक स्टडी में भी यह बात सामने आयी है कि ऐल्कॉहॉल के सेवन के बाद चार तरह से सेक्स में सुधार होता है। पहला- स्खलन में देरी, दूसरा- बेहतर कामेच्छा, तीसरा- विकसित सेक्शुअल स्टैमिना और चौथा- यौन निष्क्रियता में कमी।
तो क्या शराब कामोत्तजक है? पूरी तरह से नहीं। शराब पीने के बाद व्यक्ति विरोध नहीं कर पाता। इस बात को अक्सर सेक्शुअल ड्राइव में प्रोत्साहन के तौर पर समझा जाता है जो गलत है। दरअसल, हकीकत यह है कि ऐल्कॉहॉल आपकी रक्त वाहिकाओं को फैला देता है इसलिए महिलाएं अक्सर शराब पीने के बाद ज्यादा उत्तेजना महसूस करती हैं।
एक दूसरी स्टडी में यह बात सामने आयी है कि अगर एक सीमा से ज्यादा शराब पी ली जाए तो इसका सेक्स पर नकारात्मक असर पड़ता है। उदाहरण के लिए- जब आप नशे में नहीं हैं और कोई आपको सेक्शुअल तरीके से छूता है तो आपका दिमाग उसे उत्तेजना के तौर पर लेता है।
लेकिन जब आप नशे में धुत होते हैं तो आप संवेदनाशून्य हो जाते हैं और आपका दिमाग उस खास छूअन को ग्रहण नहीं कर पाता। लिहाजा नशे में रहने पड़ आपका शरीर उतना संवेदनशील नहीं होता जितना सामान्य परिस्थितियों में।
इतना ही नहीं नशे में रहने पर जब आप उत्तेजना महसूस नहीं करेंगे और संवेदनशील नहीं रहेंगे तो आपको ऑर्गेज्म भी महसूस नहीं होगा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम को डिप्रेस कर देता है और आपका दिमाग आनंद और सुख का अनुभव नहीं कर पाता।
लंबे समय तक शराब के सेवन से पुरुषों में लिंग में तनाव न आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। साथ ही शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ने से टेस्टोस्टेरोन बनना कम हो जाता है और कामेच्छा में कमी आ जाती है। इन सबका आपकी सेक्स लाइफ पर प्रतिकूल असर पड़ता है।