फल और सब्जियों के दाम घटने से खुदरा महंगाई की दर घटकर जुलाई में महज 4.17 प्रतिशत रह गयी है। खुदरा महंगाई का यह स्तर बीते नौ महीने में न्यूनतम है। जून में खुदरा महंगाई दर 4.92 प्रतिशत थी। महंगाई के सिर उठाते देख भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार दो बार ब्याज दरें बढ़ाने का कदम उठाया। ऐसे में माना जा रहा है कि खुदरा महंगाई के बढ़ने की रफ्तार थमने से आने वाले समय में ब्याज दरों के नीचे आने की आस बंधेगी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने सोमवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए। सीएसओ के अनुसार जुलाई में शहरी क्षेत्रों में खुदरा महंगाई दर 4.32 प्रतिशत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 4.11 प्रतिशत रही। इस तरह महंगाई की दर गांवों की अपेक्षा शहरों में ज्यादा है। वहीं राज्यवार देखें तो खुदरा महंगाई की सबसे ज्यादा दर पश्चिम बंगाल में 7.37 प्रतिशत रही। जहां तक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर का सवाल है तो जुलाई में यह घटकर 1.37 प्रतिशत रह गयी है जबकि जून में यह 2.91 प्रतिशत थी। खास बात यह है कि शहरी क्षेत्रों में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर -0.36 प्रतिशत रही है।