जंक फूड का अधिक इस्तेमाल व घर का खाना छोड़कर सप्ताह में कम से कम एक बार बाहर खाने की आदत लोगों के पर भारी पड़ रही है। एक संस्था द्वारा देश के चार बड़े शहरों में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि खानपान की गलत आदत के कारण महानगरों में ज्यादातर लोग तोंद बढ़ने की समस्या से पीड़ित हो रहे हैं।
दिल्ली में भी हर 10 में से सात व्यक्ति इससे पीड़ित हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इससे अधिक ग्रस्त हैं। अध्यन के अनुसार, महिलाओं में मोटापे का एक बड़ा कारण सुबह का नाश्ता न करना है।
इस रिपोर्ट को जारी करने के दौरान मूलचंद मेडिसिटी के कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. एच के चोपड़ा ने कहा कि पेट की चर्बी से वयस्कों में ब्लड प्रेशर व हृदय की बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है। यह सर्वे दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और हैदराबाद में 30 से 55 वर्ष की उम्र वाले 837 लोगों पर किया गया। जिसमें पाया गया कि 67 फीसद लोगों का पेट निकला हुआ था।
दिल्ली के 69 फीसद लोग इस समस्या से पीड़ित थे। वहीं 66 फीसद पुरुष व 71 फीसद महिलाएं इस समस्या से पीड़ित थीं। 71 फीसद महिलाएं रोज अपना नाश्ता छोड़ती हैं या नहीं करतीं। 84 फीसद लोग सप्ताह में एक दिन बाहर जरूर खाते हैं। इसी तरह 77 फीसद लोग सप्ताह में एक बार जंक फूड का इस्तेमाल करते हैं।
पोषाहार विशेषज्ञ नीलांजना सिंह ने कहा कि हृदय की बीमारियों की रोकथाम के लिए पेट के मोटापे को कम करना जरूरी है। इसके लिए संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद व तनाव पर नियंत्रित जरूरी है। लोगों को जंक फूड व बाहर खाने से बचना चाहिए। सुबह का नाश्ता भरपूर लेना चाहिए। डॉक्टर कहते हैं कि रात में भोजन कम लेना चाहिए। इससे नींद अच्छी आती है
पेट के मोटापे से इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधकता उत्पन्न होती है। इंसुलिन बनना भी कम हो जाता है। साथ ही इसके कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्र बढ़ जाती है। इसलिए पेट का मोटापा मधुमेह व हृदय की बीमारियां होने का खतरा रहता है।
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