देश के उत्तरी राज्यों में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में कार में सफर के दौरान हीटर का उपयोग भी जल्द शुरू हो जाएगा। हम इस खबर में आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं। जिनको ध्यान में रखकर सफर के दौरान हीटर चलाने पर पेट्रोल और डीजल की खपत ज्यादा नहीं होती।
सर्दियों में हीटर का उपयोग
सर्दियों के दौरान लोग घर पर ही नहीं बल्कि कार में सफर के दौरान भी हीटर का उपयोग करते हैं। ठंड के मौसम में कार के केबिन में तापमान को सही रखने के लिए हीटर का उपयोग किया जाता है। लेकिन कुछ लोगों की शिकायत होती है कि हीटर चलाने पर भी कार का एवरेज काफी ज्यादा कम हो जाता है।
कार स्टार्ट करने के बाद ना चलाएं
कभी भी कार को स्टार्ट करने के तुरंत बाद हीटर को नहीं चलाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि सर्दियों के मौसम में कार स्टार्ट करते हुए इंजन का तापमान काफी कम होता है। और तुरंत हीटर चलाने पर केबिन को गर्म करने में समय भी लगता है। साथ ही ईंधन की खपत भी बढ़ जाती है, क्योंकि इंजन को गर्म करने में ज्यादा ईंधन की खपत होती है।
कब चलाएं हीटर
कार में इंजन के तापमान की जानकारी के लिए मीटर दिया होता है। जिसमें इंजन का तापमान कम, ज्यादा या सामान्य होने की जानकारी मिलती है। जब भी सर्दियों के मौसम में कार को स्टार्ट किया जाता है तो मीटर में तापमान कूल पर दिखाता है। लेकिन कुछ किलोमीटर कार चलाने के बाद तापमान सामान्य दिखाता है। जब भी तापमान सामान्य हो जाए तभी हीटर को चलाना चाहिए। इससे इंजन को गर्म होने में अतिरिक्त ईंधन की खपत नहीं होती।
एसी का बटन न दबाएं
जब भी कार के केबिन को गर्म रखने के लिए हीटर का उपयोग किया जाता है। तो कुछ लोग एसी का बटन भी दबाकर एसी शुरू कर देते हैं। ऐसा करने से ईंधन की खपत भी बढ़ जाती है। हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कार में सफर करें और हीटर की जरुरत हो तो पहले इंजन के तापमान को सामान्य तक आने दें। इसके बाद सिर्फ एसी की सेटिंग को कूल की जगह हॉट पर करें और सिर्फ फैन को चलाएं। इससे इंजन की गर्मी से कार के केबिन को गर्म रखा जा सकता है। साथ ही इससे एसी चलाने की जरुरत भी नहीं होती और ईंधन बचाकर कार के केबिन को आसानी से गर्म रखा जा सकता है।