नई दिल्ली : वह बड़े गर्व के क्षण थे जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गत वर्ष नियंत्रण रेखा (LOC) पार कर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में हिस्सा लेने वाले सैन्य अधिकारियों को शुक्रवार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया. इसके अलावा जनवरी, 2016 में पठानकोट में आतंकवादियों के शवों से आईईडी बरामद करते समय शहीद हुए लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन को मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया. इन वीर जांबाजों को उनके साहसिक कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि मेजर रजत चंद्र ने लक्षित हमले के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया था, जबकि कैप्टन आशुतोष कुमार ने चार आतंकियों को मौत के घाट उतारा था. दोनों 4 पैरा स्पेशल बलों के हैं, जिन्होंने भारत की ओर से पिछले साल सितंबर में सीमा पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में हिस्सा लिया था. इसी तरह 9 पैरा स्पेशल फोर्सेज के मेजर दीपक उपाध्याय और पैराट्रूपर अब्दुल कयूम को भी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
बता दें कि जब यह जांबाज जवान सर्वोच्च सेनापति के हाथों सम्मानित हो रहे थे तो इनका उत्साहवर्धन करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी उपस्थित थे जो तालियां बजाकर जवानों का अभिनन्दन कर रहे थे. गरिमामयी इस आयोजन में देश के प्रथम नागरिक भी सादगी पूर्ण वेशभूषा में सम्मानित कर रहे थे.
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