अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 में देश का 78 फीसदी मोबाइल उद्योग आयात पर निर्भर था और आज 9 साल बाद 2023 में भारत में बिकने वाले 99.2 फीसदी मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ हैं। उन्होंने कहा कि आयात पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम हुई है।
भारत मेड इन इंडिया को लेकर कितना गंभीर है, इसका ताजा प्रमाण इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया है। अश्विनी वैष्णव ने मोबाइल उद्योग में मोदी सरकार की उपलब्धि की घोषणा करते हुए कहा है कि केवल 9 वर्षों में भारत में मोबाइल का प्रोडक्शन 20 गुना बढ़ गया है। उन्होंने यह जानकारी मोबाइल इंडस्ट्री के एक्सपर्ट से एक मुलाकात के बाद सोशल साइट एक्स पर दी है।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 में देश का 78 फीसदी मोबाइल उद्योग आयात पर निर्भर था और आज 9 साल बाद 2023 में भारत में बिकने वाले 99.2 फीसदी मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ हैं। उन्होंने कहा कि आयात पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम हुई है।
मंत्री ने कहा कि भारत में बेचे जाने वाले 99.2 फीसदी फोन पर मेड इन इंडिया की मुहर लगी है जो कि हर एक देशवासी के लिए गर्व की बात है। मोबाइल प्रोडक्शन में आ रही दिक्कतों की समीक्षा के लिए कई अधिकारियों और ब्रांड्स के साथ एक बैठक हुई थी जिसके बाद अश्विनी वैष्णव ने यह जानकार दी।
उन्होंने कहा मोबाइल क्षेत्र की इस वृद्धि ने न केवल घरेलू विनिर्माण (प्रोडक्शन) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया है, बल्कि विदेशी आयात पर भारत की निर्भरता को भी कम करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बता दें कि हाल ही में गूगल ने अपने पिक्सल फोन को लेकर कहा है कि इस फोन का प्रोडक्शन भारत में होगा। भारत में बिकने वाले पिक्सल फोन मेड इन इंडिया होंगे। इससे पहले से एपल, सैमसंग, शाओमी, रियलमी, ओप्पो, वीवो और वनप्लस जैसे कई ब्रांड्स अपने फोन भारत में ही तैयार कर रहे हैं।